100 अरब डॉलर से अधिक पूंजी का निवेश करेगा अडानी ग्रुप, आगे पढ़े
September 27, 2022
अडानी ग्रुप गले दशक में 100 अरब डॉलर से अधिक का निवेश करेगा। यह बात दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति और अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने सिंगापुर में फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ सम्मेलन में कही। वे कहते हैं, “एक ग्रुप के तौर पर हम अगले दशक में 100 अरब डॉलर से अधिक पूंजी निवेश करेंगे।”
यहां किया जाएगा निवेश
निवेश मुख्य रूप से न्यू एनर्जी और डेटा सेंटर समेत डिजिटल सेक्टर में किया जाएगा। दुनिया के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति अडानी ने कहा कि इस निवेश का 70 प्रतिशत हिस्सा energy transition जोन में होगा। पोर्ट से लेकर एनर्जी कारोबार में शामिल समूह आने वाले दिनों में 45 गीगावाट हाइब्रिड रिन्यूएबल एनर्जी प्रोडक्शन कैपेसिटी जोड़ेगा। इसके अलावा सौर पैनल, पवन टर्बाइन और हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर बनाने के लिए तीन कारखानों को स्थापित किया जाएगा।
गौतम अडानी ने क्या कहा?
अडानी समूह के संस्थापक और चेयरमैन ने फोर्ब्स ग्लोबल सीईओ सम्मेलन में कहा, ”एक समूह के रूप में हम अगले दशक में 100 अरब डॉलर से अधिक की पूंजी का निवेश करेंगे। हमने इस निवेश का 70 प्रतिशत ऊर्जा संक्रमण क्षेत्र के लिए तय किया है।” उन्होंने कहा, ”हमारे मौजूदा 20 गीगावाट नवीकरणीय पोर्टफोलियो के अलावा, नए व्यवसाय को 45 गीगावाट हाइब्रिड नवीकरणीय बिजली उत्पादन द्वारा बढ़ाया जाएगा। यह उद्यम 100,000 हेक्टेयर भूमि में फैला हुआ है, जो सिंगापुर का 1.4 गुना क्षेत्र है। इससे तीन करोड़ टन ग्रीन हाइड्रोजन का व्यावसायीकरण होगा।”
समूह तीन गीगा फैक्ट्रियों की स्थापना भी करेगा –
(1) 10 गीगावॉट सिलिकॉन आधारित फोटोवोल्टिक मूल्य-श्रृंखला के लिए, रॉ सिलिकॉन से लेकर सोलर पैनल तक को एकीकृत करेगी।
(2) 10 गीगावॉट की एकीकृत पवन टरबाइन विनिर्माण संयंत्र और
(3) पांच गीगावॉट हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर फैक्टरी। उन्होंने कहा, ”आज हम ग्रीन इलेक्ट्रॉन के सबसे कम खर्चीले उत्पादक हैं, और हम सबसे कम लागत में ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन भी करेंगे।””
अडानी ने आगे कहा, ”भारतीय डेटा सेंटर बाजार तेजी से बढ़ रहा है। यह क्षेत्र दुनिया के किसी भी अन्य उद्योग की तुलना में अधिक ऊर्जा की खपत करता है और इसलिए ग्रीन डेटा सेंटर बनाने का हमारा कदम एक बहुत बड़ा बदलाव है।” उन्होंने कहा कि भारत अविश्वसनीय अवसरों से भरा है और वास्तविक भारत के विकास की कहानी अभी शुरू हो रही है।
चीन पर किया कटाक्ष
अडानी ने चीन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कभी वैश्वीकरण में अग्रणी रहा यह देश अब चुनौतियों का सामना कर रहा है।