नई दिल्ली: इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भारत दौरे को लेकर दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत होने की बात कही जा रही है। दिल्ली के ऐतिहासिक तीन मूर्ती चौक को हाइफा नाम से जोड़कर दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूती दी। शानदार डिनर के बाद आज दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बातचीत होगी। इससे पचीस सालों के दोनों देशों में रिश्ते और मजबूत होंगे।
नेतन्याहू अपनी भारत यात्रा में अब तक के सबसे बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ पहुंचे हैं। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता आज हैदराबाद हाउस में होगी। रविवार की शाम विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नेतन्याहू से मुलाकात की। अपनी इस यात्रा के दौरान नेतन्याहू मंगलवार को आगरा में ताजमहल का दीदार करने के बाद अहमदाबाद और मुंबई भी जाएंगे।
भारत और इजरायल के बीच पहली बार तेल और गैस क्षेत्र में निवेश होने की संभावना है। तकनीकी क्षेत्र में बेहतर समझा जाने वाला इजरायल रिन्यूवेबल एनर्जी में भारतीय कंपनियों को तकनीकी फायदा देगाए इसके लिए भी समझौता होने की उम्मीद है।दोनों देशों के बीच उड्डयन क्षेत्र को लेकर भी कई समझौते हो सकते हैं।
2017 में पीएम मोदी के इजरायल दौरे के दौरान हुए साइबर सिक्योरिटी समझौते को और व्यापाक बनाने की कोशिश होगी और दोनों देशों के रिश्तों में पहले से ज्यादा मजबूती आएगी। अंतरिक्ष शोध और औद्योगिक रिसर्च को लेकर भी भारत और इजरायल के बीच दो नए समझौते होने हैं और तो और भारत-इजरायल के बीच फिल्मों की शूटिंग को बढ़ावा देने को लेकर भी समझौते हो सकते हैं। निवेशकों को बढ़ावा देने और सुरक्षा के मामले पर भी दोनों देश साथ आएंगे। अपने मुंबई दौरे पर पीएम नेतन्याहू 2008 मुंबई हमले पर रखे गए एक कार्यक्रम का भी हिस्सा होंगे।
भारत इजरायली हथियारों का बड़ा खरीदार देश है। बता दें कि 2016 में भारत ने इजरायल से 59ण्9 करोड़ डॉलर के हथियार खरीदे थे। आज पीएम मोदी और नेतन्याहू की बातचीत कई मामले में बेहद अहम होगी। इजरायल खासतौर पर फलस्तीन के मुद्दे पर भारत का रुख टटोलेगा। यरुशलम को इजरायल की राजधानी बनाने का संयुक्त राष्ट्र में भारत की ओर से विरोध किए जाने के बाद दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर पर यह पहली मुलकात होगी।
दूसरी ओर भारत की निगाहें इजरायल से कृषि और रक्षा क्षेत्र की अहम तकनीक हासिल करने पर होगी। सूत्रों के मुताबिक कृषि, व्यापार सहित कई क्षेत्रों के भारी भड़कम प्रतिनिधिमंडल के साथ नेतन्याहु के भारत पहुंचने से पहले ही कई समझौतों की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। सोमवार को 720 लाख डॉलर के 131 बराक मिसाइल सौदे पर मुहर लगेगी।
सर्वाधिक समझौते कृषि क्षेत्र में होंगे। इनमें इजरायल कम पानी में खेती की तकनीक भारत को देने पर सहमत होगा। इसके अलावा रक्षा क्षेत्र में तकनीकी स्तानांतरण के संबंधित कई समझौते होंगे।
इजरायल भारत में तेल और गैस की खोज करने और आधुनिकतम तकनीक से सौर ऊर्जा पैदा करने में मदद करेगा। कृषि क्षेत्र में अहम समझौते की उम्मीद इसलिए भी जताई जा रही है कि नेतन्याहु कृषि क्षेत्र के कारोबारियों से अलग से बातचीत करेंगे। इस क्रम में एंटी टैंक गाइडेड टैंक सौदे पर पीएम मोदी और नेतन्याहु नए सिरे से बातचीत करेंगे।