लखनऊ: राजधानी लखनऊ के काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में डकैती की सनसनीखेज घटना और प्रधान हरिशंकर के बेटे अखिलेश की हत्या ने राजधानी की कानून-व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। यही वजह है कि कानून-व्यवस्था को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर विपक्षी पार्टियों ने चौतरफा हमला किया है। सोमवार को यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी के कई नेताओं के साथ बनियाखेड़ा और कटौली गांव पहुंचे।
इस दौरान अखिलेश यादव ने लोगों से बातचीत करते हुए उनका दर्द बांटा और प्रदेश की भाजपा सरकार पर खराब कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किये। अखिलेश यादव ने कहा कि काकोरी गांव अपने शहीदों के लिए जाना जाता है, आज वहीं काकोरी डकैतों के आतंक से जुझ रहा है।
समाजवादी पार्टी के अलावा बीएसपी के प्रदेश के अध्यक्ष रामअचल राजभर भी दोनों गांव पहुंचे। उन्होंने बनियाखेड़ा और कटौली गांव के लोगों से बातचीत की और प्रदेश सरकार पर खराब कानून-व्यवस्था को लेकर हमला बोला। वहीं इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी का भी एक प्रतिनिधि मण्डल बनियाखेड़ा और कटौली गांव पहुंचा और लोगों से मुलाकात की।
आप के प्रदेश प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने कहा कि योगी बाबा आये दिन किसी न किसी मंच से अपराधियों को प्रदेश छोडऩे या जेल जाने की धमकी देते रहते हैं लेकिन इसके उलट अपराधी एक के बाद एक बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं तो ये कहीं न कहीं ये दर्शाता है कि प्रदेश के अपराधियों के मन में योगी सरकार का कोई डर नहीं है और प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।
उन्होंने काकोरी डकैती की घटना को अंजाम देने वाले बदमाशों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा दिलाये जाने की मांग की।
यह है पूरी घटना
काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में शनिवार की देर रात असलहाधारी नकाबपोश बदमाशों ने 6 घरों मेें डकैती डाली थी। इस दौरान बदमाशों ने दोनों गांव में जमकर फायरिंग की थी। फायरिंग की इस घटना में कटौली गांव के प्रधान हरिशंकर यादव के 19 वर्षीय बेटे अभिषेक की गोली लगने से मौत हो गयी थी, जबकि अन्य लोग घायल हो गये थे। डकैत दोनों गांव के नकदी, जेवरात सहित अन्य सामान उठा ले गये थे। इस मामले मेें एसएसपी ने काकोरी प्रभारी यशवंत सिंह को निलम्बित करते हुए अपने पीआरओ संजय पाण्डेय को काकोरी की जिम्मेदारी सौंपी थी।