कासगंज: उत्तर प्रदेश के कासगंज जनपद में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर पुलिस ने काबू तो पा लिया है पर अभी शरारती तत्व इलाके का माहौल बिगाडऩे की पूरी कोशिश में लगे हैं। इसी क्रम में मंगलवार सुबह कुछ लोगों ने कासगंज के अमांपुर में एक धर्मस्थल पर तोडफ़ोड़ कर दी। इससे फिर तनाव के हालात बन गए। मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया गया है।

बता दें कि 26 जनवरी की सुबह से 28 की रात तक सांप्रदायिक हिंसा की आग में झुलसने के बाद चौथे दिन सोमवार को शहर ने अमन की ओर कदम बढ़ा दिया था। हालांकि एक बार फिर रात को आगजनी की गई। रात दस बजे माल गोदाम रोड पर उपद्रवियों ने एक दुकान में आग लगा दिया।
सोमवार को मृतक चंदन की शोकसभा में लोगों ने वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे लगाए। मंगलवार को सुबह कासगंज के अमांपुर कस्बे में उपद्रवियों ने एक धर्मस्थल को निशाना बनाया।
उसकी दीवार का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त कर दिया। सूचना पर डीएम आरपी सिंह फोर्स के साथ पहुंचे। डीएम और विधायक अमांपुर ने शांति कमेटी के लोगों के साथ बैठक की। प्रशासन ने 48 घंटें में उपद्रवियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
इस पर कस्बा के लोगों ने डीएम को शांति बरकरार रखने का भरोसा दिया।
अमांपुर में अब बाजार भी खुलने लगे हैं। सोमवार रात को पुलिस ने कासगंज में मंगलामुखियों की गुरु हाजी आरिफ उर्फ पूजा के घर में तलाशी ली। हिंसा के आरोप में पूजा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस पर मंगलवार सुबह मंगलामुखियों ने शहर में गांधी चौक पर प्रदर्शन किया। उनके साथ अन्य लोग भी थेए वे निर्दोषों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। सोमवार शाम तक हिंसा के मामले में कुल 118 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। 6 एफआईआर मामले में दर्ज की जा चुकी हैं। एसआईटी का गठन कर दिया गया है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features