लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पीजीआई इलाके में गुरुवार की दोपहर एक टेंट कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। कारोबारी का खून से लथपथ शव गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर पड़ा मिला। कारोबारी के पास मौजूद सारा सामान सुरक्षित था। परिवार वालों ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी है। अभी तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि कारोबारी की हत्या किसने और क्यों की?
एसपी नार्थ अनुराग वत्स ने बताया कि चारबाग के मवैया इलाके में 39 वर्षीय राजकुमार उर्फ बबलू अपने परिवार के साथ रहते थे। वह अपने बड़े भाई रमाशंकर के साथ मिलकर बहार नाम से टेन्ट का कारोबार करते थे। टेन्ट का दफ्तर और गोदाम पीजीआई के सेक्टर 3 स्थित कालिंदी पार्क के पास है।
राजकुमार के दूसरे नम्बर के भाई संजय यादव बाहर केबिल के नाम से अपना काम करते हैं। बताया जाता है कि गुरुवार की दोपहर करीब 12 बजे राजकुमार अपने स्काॢपयो गाड़ी से गोदाम पर मौजूद लेबरों को रुपये देने के लिए घर से निकले थे। घर से निकल कर राजकुमार ने वीआईपी रोड स्थित पेट्रोल पम्प पर गाड़ी में तेल डलवाया।
इसके बाद वह वहां से अपने गोदाम के लिए निकले। बताया जाता है कि राजकुमार जब सेक्टर 9 स्थित आवास विकास दफ्तर से थोड़ी दूरी पहुंचे, तभी किसी ने उनको गोली मार दी। इसके बाद राजकुमार की गाड़ी पास में ही एक निर्माणाधीन काम्प्लेक्स के पास जाकर रूक गयी। निर्माणाधीन काम्प्लेक्स के गार्ड और बिजली मैकेनिक ने जब स्कार्पियो गाड़ी को खड़ा देखा तो वह लोग उसके पास पहुंचे।
गाड़ी के अंदर राजकुमार ड्राइविंग सीट पर मौजूद थे। दोनों ने गाड़ी का शीशा खटखटाया पर अंदर कोई हलचल नहीं हुई। इस पर गार्ड ने सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पीजीआई पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने जब गाड़ी का गेट खोल कर चेक किया तो पता चला कि राजकुमार के सीने पर गोली लगी थी।
आनन-फानन में पुलिस राजकुमार को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर लेकर पहुंची, जहां डाक्टरों ने उसको देखते ही मृत घोषित कर दिया। दिनदहाड़े हत्या की सूचना मिलते ही एसएसपी दीपक कुमार, एसपी नार्थ, सीओ कैण्ट, एसपी क्राइम सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये।
पुलिस ने स्कार्पियो गाड़ी के नम्बर की मदद से राजकुमार की शिनाख्त की और सूचना परिवार वालों को दी। खबर मिलते ही परिवार के लोग मौके पर पहुंच गये। मौके पर पहुंचे परिवार वालों ने फिलहाल किसी पर कोई शक नहीं जताया है। इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गयी है।
किसी ने न तो गोली की आवाज सुनी न ही किसी हमलावर को देख
टेन्ट कारोबारी राजकुमार की हत्या की छानबीन में लगी पुलिस का कहना है कि अभी घटनाक्रम को लेकर काफी संशय है। न तो किसी व्यक्ति ने गोली चलने की आवाज सुनी और न ही किसी हमलावर को भागते देखा। ऐसे में यह साफ नहीं है कि राजकुमार को गोली कैसे और कब लगी
गाड़ी के अंदर से ही गोली मारने जाने की संभावना
पुलिस के अधिकारी इस बात को मान रहे हैं कि इस बात की संभावना है कि राजकुमार को गोली उसके साथ ही गाड़ी में बैठे किसी व्यक्ति ने मारी है। क्योंकि अगर गोली बाहर से मारी गयी होती तो लोगों को आवाज सुनाई देती। पुलिस को गाड़ी के अंदर एक खोखा भी मिला है। पुलिस ने खोखे को अपने कब्जे में ले लिया।
फारेंसिक टीम ने भी की छानबीन
टेन्ट कारोबारी की हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस ने मौके पर फारेंसिक टीम को भी बुलाया। फारेंसिक टीम ने घटनास्थल और राजकुमार की गाड़ी का निरीक्षण भी किया। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया।
सारा सामान गाड़ी में सुरक्षित मिला
कारोबारी की हत्या को लेकर छानबीन कर रही पुलिस का मानना है कि बबलू की हत्या रंजिश में की गयी है। अब यह रंजिश क्या है,यह पुलिस को नहीं पता। पुलिस का कहना है कि अगर बबलू की हत्या लूट के इरादे से की गयी तो गाड़ी में रखा लैपटाप, बबलू के गले में मौजूद सोने की चेन, तीन मोबाइल फोन और रुपये सुरक्षित न होते। हमलावरों का मकसद बबलू की हत्या करना था न की लूटपाट। पीजीआई पुलिस बबलू के पास मौजूद मोबाइल फोन की काल डीटेल भी खंगाल रही है।
नहीं थी कोई संतान
टेन्ट कारोबारी राजकुमार की शादी आठ साल पहले रीना से हुई थी। अब तक राजकुमार के कोई संतान नहीं थी। इसी के चलते उन्होंने अपने बड़े भाई रमाशंकर की एक बेटी को अपनी बेटी मान रखा था।