- एलएलबी की छात्रा की फेसबुक आईडी की थी हैक
- छात्रा के चचेरे भाई से ठगे थे 10 हजार रुपये
- आरोपी छात्रों के पास से तीन मोबाइल व 9 हजार रुपये मिले
लखनऊ : विकासनगर इलाके में रहने वाले 12 वीं के दो छात्रों ने पूणे में एलएलबी की पढ़ाई कर रही एक छात्रा की फेसबुक आईडी हैक कर ली। इसके बाद दोनों ने छात्रा के चचेरे भाई को मैसेज भेज कर रुपये मांग। चचेरे भाई ने बहन की जरुरत को समझते हुए अपना एटीएम का पासवर्ड व अन्य जानकारियों दे दी। इसके बाद दोनों छात्रों ने उसके खाते से 10 हजार रुपये अपने पैटीएम वैलेट में मंगवाये और फिर वहां से बैंक खाते में ट्रांसफर कर लिये। इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस तक पहुंची तो अलीगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज की गयी। मामले की छानबीन कर रही साइबर क्राइम सेल ने दोनों आरोपी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से तीन मोबाइल फोन व 9 हजार रुपये मिले हैं। दोनों
आरोपी छात्र नाबालिग हैं। अलीगंज इलाके में रहने वाले केजी अग्रवाल की बेटी पूणे में एक कालेज में एलएलबी की पढ़ाई कर रही है। कुछ दिन पहले उसका फेसबुक एकाउंट किसी ने हैक कर लिया। इसके बाद हैकरों ने छात्रा के चचेरे भाई अमित को मैसेज भेजा और रुपये मांगे। अमित को लगा कि उसकी चचेरी बहन को रुपये की जरुरत है तो उसने हैकरों में फेसबुक की मदद से एटीएम की डीटेल व ओटीपी नम्बर दे दिये। इसके बाद हैकरों में अमित के खाते से 10 हजार रुपये निकाले और अपने पैटीएम वैलेट में ट्रांसफर कर लिये। पैटीएम वैलेट में रुपये आने के बाद हैकरों में उक्त रुपये को अपने बैंक के खाते में ट्रांसफर कर लिया। इस धोखाधड़ी का पता जब छात्रा व उसके परिवार के लोगों को हुआ तो उन लोगों ने इस संबंध में पुलिस के अधिकारियों से शिकायत की। अधिकारियों के आदेश पर अलीगंज थाने में आईटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी गयी। मामले की छानबीन के लिए साइबर क्राइम सेल को लगाया गया। साइबर क्राइम सेल ने सबसे पहले बैंक खाते व पैटीएम वैलेट की पूरी जानकारी जुटायी और फिर शनिवार को इस मामले में 12 वीं के दो छात्रों को प्रेस क्लब के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ की गयी तो छात्र ने एलएलबी की छात्रा की फेसबुक आईडी हैक कर उसके चचेरे भाई से रुपये ऐंठने की बात कबूली। इंटरनेट की मदद से सीखा था हैकिंग करना इस हैकिंग व जालसाजी के मामले में पकड़े गये दोनों छात्रा एक साथ विकासनगर स्थित एक प्राइवेट कालेज में पढ़ते हैं और दोनों अच्छे दोस्त हैं। एक के पिता एक प्राइवेट कम्पनी में क्लर्क है, जबकि दूसरे के पिता
प्रापर्टी डीलर हैं। इस मामले में पकड़ा गया एक छात्र का दोष सिर्फ इतना है कि उसने अपने साथी के कहने पर अपने बैंक खाता में धोखाधड़ी के रुपये मंगवाये थे। उस छात्र को पहले से इस धोखाधड़ी के बारे में जानकारी नहीं थी, पर धोखाधड़ी की गयी रकम उसके खाते में ट्रांसफर की गयी थी इसलिए साइबर क्राइम सेल ने उसको भी गिरफ्तार किया है। फेसबुक आई हैक करने वाले छात्र ने साइबर क्राइम सेल को बताया कि उसने फेसबुक आईडी हैकिंग की तकनीकइंटरनेट की मदद से सीखी थी।