भारत और इंग्लैंड के बीच एजबेस्टन में हुए पहले मैच में टीम इंडिया को 31 रनों से हार का सामना करना पड़ा. इंग्लैंड ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच चौथे दिन जीत लिया जिससे वह सीरीज में 1-0 से आगे हो गई है. इस मैच में कई रोचक बातें भी रहीं. अगर आप संख्याओं और अंकों में दिलचस्पी रखते हैं तो आपको बता दें इस मैच में खास अंक या संख्या का खास संयोग रहा जो कि मैच में टीम इंडिया के सामने बार बार आया. यहां हम बता दें कि हम अशुभ संख्याओं जैसे अंधविश्वास का बिलकुल समर्थन नहीं करते हैं.
हम सिर्फ खास संख्या 13 और अंक 4 के भारत और इंग्लैंड के बीच हुए मैच के साथ संयोग की बात कर रहे हैं. बता दें कि दुनिया के कई हिस्सों में अशुभ मानी जाने वाली संख्या का भी टीम इंडिया के इस मैच से खासा संयोग रहा . अंक 13 दुनिया के कई हिस्सों में मनहूस माना जाता है. कई जगहें ऐसी हैं जहां आपको 12 और 14 नंबर का मकान मिलेगा लेकिन 13 नंबर का मकान नहीं मिलेगा. दुनिया में कुछ जगह अपशकुन माने जाने वाली इस संख्या से कई लोग बचते हैं.
आइए अब जानते हैं कि इस अंक का टीम इंडिाया से क्या कनेक्शन है. पहले बात करें कि संख्या 13 नंबर इस मैच में कब कब सामने आया. सबसे पहले तो यह संख्या भारत के लिए फायदेमंद ही रही क्योंकि 13 के ही निजी स्कोर पर भारत को पहली पारी में पहला विकेट मिला. यह निजी स्कोर था एलिस्टर कुक का. उनके इस स्कोर पर रविचंद्रचन अश्विन को कुक का विकेट मिला था. यही नहीं इसके बाद आदिल राशिद भी 13 के ही निजी स्कोर पर आउट हुए थे उन्हें ईशांत शर्मा ने आउट किया था. इसके अलावा भारत ने 13 रन ही एक्स्ट्रा में दिए थे.
इसके बाद टीम इंडिया की बल्लेबाजी आई. इस पारी में तो 13 संख्या का सीधा कनेक्शन नहीं लगा लेकिन टीम इंडिया का कुल स्कोर पर 13 संख्या का प्रभाव दिखा. टीम इंडिया 274 (2+7+4 =13) रनों पर आउट हुई और इंग्लैंड को 13 रनों की बढ़त मिली.
13 रन के निजी स्कोर पर कुरैन को मिला जीवनदान और पलट गया मैच
इंग्लैंड की दूसरी पारी में इंग्लैंड का एक समय स्कोर 87 रन था तब 7 विकेट गिरे थे इंग्लैंड के. यह वह समय था जब टीम इंडिया इंग्लैंड पर हावी हो गई थी. इस समय सैम कुरैन और आदिल राशिद क्रीज पर थे. इंग्लैंड की दूसरी पारी के 38वें ओवर में जब इंग्लैंड का स्कोर 7 विकेट पर 107 रन था. ऐसे में मोहम्मद शमी की गेंद पर सैम कुरैन ने शॉट मारा लेकिन पहली स्लिप पर खड़े शिखर धवन देर प्रतिक्रिया दे पाए और एक बेहतरीन कैच पकड़ने का मौका खो बैठे. इस समय सैम 13 रन पर खेल रहे थे. इसके बाद उन्होनें 63 रनों की पारी खेल डाली. सैम के इन 50 रनों ने बहुत बड़ा फर्क पैदा कर दिया जो मैच खत्म होने के बाद नजर आया. यानि सैम के 13 के निजी स्कोर पर पहुंचने के बाद मैच ने पलटना शुरू कर दिया.
इसके अलावा 41वें ओवर में भी शिखर धवन ने उमेश यादव की गेंद पर आदिल राशिद का कैच छोड़ा. आदिल राशिद उस समय 13 के निजी स्कोर पर ही थे. सैम कुरैन और आदिल राशिद ने आठवें विकेट के लिए 48 रनों की साझेदारी करते हुए कर ली. इंग्लैंड ने इस पारी में 180 रन बनाए जिससे टीम इंडिया को 194 रनों का लक्ष्य मिला.
जब टीम इंडिया की दूसरी पारी में बल्लेबाजी बारी आई तो उसके भी बल्लेबाज जल्दी जल्दी आउट होने लगे. भारत की पारी में शिखर धवन, लोकेश राहुल और रविचंद्रन अश्विन 13 रन बनाकर आउट हुए.
यह तो हुआ केवल 13 संख्या की बात इसके अलावा दूसरी ऐसी संख्याओं का भी प्रभाव रहा जिनका मूलांक 13 की तरह ही 4 था जैसे 31(3+1=4) और 22 (2+2=4). टीम इंडिया की हार ही 31 रनों से हुई. इसके अलावा भारत के हार्दिक पांड्या के साथ ही 4 मूलांक की संख्याओं का संयोग दिखा. हार्दिक ने पहली पारी में 22 और दूसरी पारी में 31 रन बनाए.
इन नंबरों को देख कर कहा जा सकता है कि जब भी टीम इंडिया के सामने 4 अंक से संबंधित कोई संख्या आई, टीम को झटका लगा या फिर मैच में टर्निंग पाइंट आया. इस मैच में सबसे खास टर्निंग पाइंट रहा 13 के स्कोर पर सैम कुरैन का जीवनदान. वैसे तो इस मैच में विराट कोहली को भी उनकी पहली पारी की शुरुआत से ही कई जीवनदान मिले. लेकिन उनकी चर्चा तब ज्यादा होती जब इंग्लैंड यह मैच हार जाती.
इस तरह किसी संख्या विशेष का बार बार आना हर मैच में हो सकता है. लेकिन इस मैच में इस तरह की संख्या का आना एक कौतूहल पैदा जरूर करता है.