इस बार दिवाली आपके लिए कई मायनों में खास होगी। इस वर्ष 131 साल बाद एक साथ कई शुभ संयोग बन रहे हैं। जिसमें ऐसा करने से आपकी किस्मत का ताला खुल जाएगा।
भूलकर भी धनतेरस पर न खरीदें ये चीजें, नहीं तो मालामाल की जगह हो जाएंगे कंकाल
इस बार दीपावली पर 131 साल बाद ऐसा योग बना है, जब स्वाति नक्षत्र, पद्यम और अमृत योग एक साथ रहेंगे। साथ ही तुला राशि में सूर्य, बुध और चंद्रमा का त्रिकोण बन रहा है।
ज्योतिषाचार्य डा. सुशांतराज के मुताबिक, इस दिन पद्यम योग, सूर्य और बुध की एक साथ युक्ति होने से बुधादित्य योग बन रहा है। इस संयोग के चलते व्यापारिक वर्ग के साथ आम लोगों के लिए भी सुख संपन्नता, कल्याण और धन का लाभ मिलेगा।
दीपावली में लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 11 मिनट से रात 8 बजकर 16 मिनट तक रहेगा। सूर्यास्त होने के बाद प्रदोष काल के दौरान स्थिर लग्न में माता लक्ष्मी की पूजा करें। क्योंकि स्थिर लग्न में ही माता लक्ष्मी की पूजा करना अच्छा माना गया है। स्थिर लग्न के बारे में ज्योतिष में ऐसा बताया गया है कि वृषभ लग्न का काल ही स्थिर लग्न है
उत्तराखंड विद्वत सभा के पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य भरत राम तिवारी के अनुसार अमावस्या तिथि गुरुवार और चित्रा नक्षत्र का मिलन 27 वर्ष बाद जबकि चतुर्ग्रही योग का संयोग 12 वर्ष बाद बन रहा है। सूर्य, चंद्रमा, बुध और बृहस्पति चारों ग्रह तुला राशि पर रहेंगे। इस संयोग में खरीदारी करना शुभ माना जाता है।
दीपावली पर पदम योग, सूर्य और बुध की युति होने से बुधादित्य योग भी बन रहा है। ज्योतिषों के अनुसार यह योग व्यापारी वर्ग के लिए विशेष फलदाई है। इसके साथ ही आम लोगों के लिए भी यह योग शुभ माना जा रहा है।
इस मुहूर्त में सोने, धातू की खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन कोई भी चीज हो आपके बजट में हो जरूर खरीदनी चाहिए।