लखनऊ ब्यूरो : शिवपाल के ताजा बयान से समाजवादी पार्टी और परिवार में ‘आग’ सी लग गई है। शिवपाल ने अखिलेश और शिवपाल को आड़े हाथों लेते हुए की ऐसे जुबानी तीर छोड़े हैं जिससे पार्टी में एक बार फिर बड़ी फूट से संकेत मिल रहे हैं।
शिवपाल ने 15 जून को सेक्युलर पार्टी बनाने की बात कही है। इटावा सिंचाई विभाग के डाक बंगले में पूर्व केबिनेट मंत्री और जसवंतनगर विधायक शिवपाल सिंह ने कहा कि हमने पार्टी का संविधान पढ़ा हो या न पढ़ा हो लेकिन पार्टी के जो शकुनि और कथित संविधान रचियता हैं।
उन्होंने चुनाव में टिकट बांटे जिससे हमारी सीटें 47 पर ही रह गयी और पूर्व सीएम से मेरा कहना है कि वो नेताजी को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद दें, पार्टी नेताजी ने बनायीं है, हमने संविधान पढ़ा हो या न पढ़ा हो लेकिन शकुनि ने जरूर पढ़ा है हमने गीता पढ़ी है, अब शकुनि भी गीता पढ़ें।
हमने सेक्युलर पार्टी बनाने के लिए 3 महीने का समय दिया है पूर्व सीएम को मेरा कहना है की पूर्व में किया गया वादा निभाएं और राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद नेताजी को सौंपे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो 15 जून तक सेक्युलर पार्टी बना लेंगे।