अमेरिका के लेक चार्ल्स में कैलकैसियू नदी के तट पर खड़ी खूबसूरत इमारत हर्ट्ज टॉवर अब अतीत का हिस्सा बन गई है। स्थानीय प्रशासन ने शनिवार को बम से इस इमारत को ढहा दिया है। पिछले चार दशक से यह इमारत लेक चार्ल्स शहर का प्रमुख आकर्षण थी। महज 15 सेकेंड में 22 मंजिला इमारत जमींदोज हो गई।
अमेरिका के लुइसियाना के लेक चार्ल्स में स्थित 22 मंजिला हर्ट्ज टॉवर को सरकार ने बम से उड़ा दिया है। कभी यह शहर की आइकॉनिक बिल्डिंग थी। मगर अब बम धमाकों और धूल के गुबार में गुम हो गई। यह इमारत पिछले चार साल से खाली थी। दरअसल, 2020 में तूफान लॉरा और डेल्टा की वजह से इमारत को भारी क्षति पहुंची थी। इसके बाद से यह खाली थी।
सिर्फ 15 सेकेंड में मलबा बनी इमारत
इस इमारत को पहले कैपिटल वन टावर के नाम से जाना जाता था। चार दशक तक यह इमारत शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा रही थी। मगर विनाशकारी तूफान के बाद से सबकुछ बदल गया। लेक चार्ल्स के मेयर निक हंटर की मौजूदगी में बम लगा 22 मंजिला इमारत को सिर्फ 15 सेकेंड में पांच मंजिला मलबे के ढेर में तब्दील कर दिया गया।
मालिक ने लड़ी कानूनी लड़ाई
द एडवोकेट की रिपोर्ट के मुताबिक सालों तक इमारत के मालिक और लॉस एंजिल्स स्थित रियल एस्टेट फर्म हर्ट्ज इन्वेस्टमेंट ग्रुप ने अपने बीमा प्रदाता ज्यूरिख के साथ कानूनू लड़ाई लड़ी। मालिक ने इमारत की मरम्मत के खातिर अनुमानित लागत 167 मिलियन डॉलर की मांग रखी। हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता होने के बाद इमारत को प्रशासन ने ढहा दिया।
कैलकैसियू नदी के तट पर बसा लेक चार्ल्स
बता दें कि 2020 लॉरा तूफान की वजह से लेक चार्ल्स इलाके में 25 से अधिक लोगों की जान गई थी। यह शहर कैलकैसियू नदी के तट पर स्थित है और ह्यूस्टन से दो घंटे की दूरी पर है। यहां की आबादी लगभग 80,000 है।