इंग्लैंड की एम्मा ड्यूटॉन के लिए वह पल खुशियों भरा था, जब डॉक्टर उन्हें बताया कि वे प्रेग्नेंट हैं। उनकी खुशी और भी बढ़ गई, जब उन्हें पता चला कि उनके गर्भ में जुड़वां बच्चे हैं।
अमेरिका ने बनाया स्मार्ट तकिया, सोने से पहले सुनाता है लोरी !
लेकिन कुछ समय बाद ही पता चला कि उनके बच्चों को एक रेयर किस्म की मेडिकल कंडीशन का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण दोनों की जान को खतरा है।
20 हफ्ते की प्रेग्नेंसी के बाद उनके गर्भ में एक बच्चे की मौत हो गई। यह एक होने वाली मां के लिए बहुत दुखभरा पल था। लेकिन एम्मा ने दूसरे बच्चे की खातिर यह दुख सह गईं।
अब उनके और डॉक्टरों के सामने चुनौती दूसरे बच्चे को बचाए रखने की थी। इसके लिए एम्मा ने मृत बच्चे को गर्भ में ही रखने का निर्णय लिया। इसका मेडिकल कारण था और एक इमोशनल वजह भी थी। एम्मा चाहती थीं कि भले ही एक बच्चा मर चुका हो, पर उनके दोनों बच्चे एक साथ दुनिया में आएं।
इसके अलावा दूसरे बच्चे की सलामती के लिए भी मृत बच्चे का मां के गर्भ में ही रहना जरूरी था। दरअसल, इन जुड़वां बच्चों की प्लेसेंटा (गर्भनाल) एक ही थी, जिससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ से जीवित बच्चे की लाइफ के लिए गंभीर खतरा पैदा हो जाता। इस तरह एम्मा ने एक बच्चे को जिंदा रखने की खातिर मृत बच्चे को 15 सप्ताह तक पेट में रखा।