यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 16 मार्च से शरू हो रही हैं. वहीं परीक्षा में धांधली व नकल को दुरुस्त करने की कवायद शुरू हो गई है. नकल माफियाओं पर नकेल लगाने के लिए बोर्ड ने प्रदेश के समस्त जिला विद्यालय निरीक्षकों को कड़े निर्देश दिए है. इस परीक्षा में कुल 60, 61, 034 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे.
बता दें, कि हाईस्कूल में 122140 व इंटरमीडिएट में 107109 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इलाहाबाद जिले में 509 केंद्रों पर परीक्षा होनी है. इसमें 148 संवेदनशील और 22 अतिसंवेदनशील के रूप में शामिल हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक कोमल यादव का कहना है कि नकल करने व कराने वालों से कड़ाई से निपटेंगे.
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गौरतलब है कि यूपी बोर्ड परीक्षा में सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा को लेकर रहती है. हर बार परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों का अभाव रहता है. स्थिति यह है कि संवेदनशील व अतिसंवेदनशील केंद्रों पर भी सिपाहियों की तैनाती नहीं होती.
इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम नकल होती है. वहीं नकल रोकने वाले शिक्षकों के साथ मारपीट भी होती है. साल 2014 में 34, 2015 में 23 और 2016 में 37 शिक्षकों के साथ मारपीट व धमकी देने की घटनाएं हुई हैं.