लखनऊ , 5 जनवरी प्रधानमंत्री ने 1000 व 500 के नोट इसलिए बंद किये थे कि देश में नकली नोट की संख्या अधिक थी। हाल में ही जारी किये गये 2000 के नये नोट के नकली नोट अब कानपुर देहात में छपते मिले। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से 2000 के 382 नोट बरामद किये है। नोट छापने वाले इस गैंग का मास्टर माइड अभी फरार है।
आरोपरी अब तक 90 लाख के नकली नोट मार्केट में खप चुके हैं। कानपुर के देहात के भोगनीपुर कोतवाली के इंस्पेक्टर राधा मोहन दूबे ने बताया कि बुधवार की रात इस बात की सूचना मिली कि मीरपुर पुखरायां इलाके में कुछ लोग 2 हजार के नकली नोट छाप रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और वहां से तीन युवक समरेन्द्र सचान, आशीष कुमार और प्रसून सचान को गिरफ्तार किया।
मौके से पुलिस ने 2000 के 382 नकली नोट बरामद किये है और उनकी कीमत 7.64 लाख रुपये है। पुलिस को मौके से लैपटाप, प्रिंटर, स्कैनर, मोबाइल फोन व 7 अधछपे दो हजार के नोट मिले। पुलिस ने तीनों युुवकों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ की गयी तो तीनों ने बताया कि कानपुर के पनकी निवासी विजय इस गैंग का मस्टर माइड है। वह कानपुर से नोट छापने के लिए कागज लाता था।
आरोपियों का कहना है कि अब तक वह लोग 2 हजार रुपये के करीब 90 लाख रुपये नोट 1000 व 500 के पुराने नोट से बदल चुके हैं। पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी विजय भारी संख्या में 2 हजार के नकली नोट सप्लाई करने के लिए कानपुर निकल चुका था। अब कानपुर देहात पुलिस गैंग के मास्टर माइड विजय की तलाश में जुट गयी है। पुलिस का कहना है कि विजय के पकड़े जाने के बाद इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है।