लखनऊ:यूपी चुनाव के लिए गठबंधन कि जमीन लगभग तैयार हो चुकी है| समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सिर्फ गठबंधन की औपचारिक घोषणा होना बाकी है|समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) के बीच भी गठबंधन को लेकर बातचीत अपने शबाब पर है| समाजवादी और कांग्रेस के बीच बुधवार को कभी भी हो सकता है। अखिलेश यादव कांग्रेस के लिए 89 और रालोद के लिए 20 सीटें छोड़ सकते| यूपी में गठबंधन को लेकर अब कांग्रेस नेता खुलकर बोलने लगे हैं।
कुछ विवाद सामने आ सकते हैं !
सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस ने सपा के कब्जे वाली 10 से अधिक सीटें मांगी हैं। अगर अखिलेशकांग्रेस की बात मान लेते हैं तो पार्टी के कुछ नेता इसका विरोध कर सकते है| बता दें कि कांग्रेस के 8 और आरएलडी के विधायक दल के नेता चौधरी दलबीर सिंह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
मुलायम खेमे ने मानी हार,अखिलेश के लिए मांगेंगे वोट!
इलेक्शन कमीशन के फैसले के बाद यादव परिवार में यह तय हुआ है कि सारे वाद-विवाद खत्म कर सभी लोग चुनाव में प्रचार करेंगे। मुलायम ने कहा, सत्ता वापसी की खातिर सभी लोग लग जाएं। परिवार की एकता के खिलाफ कोई बयान न दें। उन्होंने अखिलेश को अपने 38 उम्मीदवारों की लिस्ट सौंपी है।
मुलायम बनेंगे मार्गदर्शक, अमर-शिवपाल को झटका, !
अब अमर सिंह पार्टी से बाहर हो गए हैं। शिवपाल की चुनाव में भूमिका सीमित होगी। प्रदेश अध्यक्ष पद नहीं मिलेगा। मुलायम सिंह यादव पार्टी के मार्गदर्शक के तौर पर पारी शुरू करेंगे। मुख्तार की कौमी एकता दल का पत्ता कटेगा कौमी एकता दल का विलय रद्द होगा। इस पर अखिलेश नाराज थे। इससे माफिया अतीक अहमद, मुख्तार के भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के टिकट कट जाएंगे। शिवपाल के करीबी और दागियों के टिकटभी भी आब कट सकते हैं| शिवपाल के करीब शादाब फातिमा, अंबिका चौधरी, पिंटू राणा, गायत्री प्रजापति, रामपाल यादव, नारद राय, ओम प्रकाश सिंह का भी टिकट कट सकता है।