लखनऊ : महज एक कॉल एक बुजुर्ग के लिए इतनी भारी पड़ गयी कि उनको उसकी कीमत 20 हजार रुपये गंवा कर चुकानी पड़ी। हुआ यूं कि एक जालसाज ने बुजुर्ग को बैंक अधिकारी बनकर फोन किया और फिर उनके एटीएम की जानकारी हासिल कर उनके खाते से 19600 रुपये ठग कर पेटीएम से खरीदारी कार डाली। पीडि़त बुजुर्ग ने इस मामले में पारा थाने में आईटी एक्ट की धारा के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।
पारा के सूर्यनगर इलाके में बुजुर्ग प्रेम चंद्र सिंह अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह एक सरकारी विभाग से सेवानिृत्त है। उनका हजरतगंज के अशोक मार्ग स्थित भारतीय स्टेट बैंक में बचत खाता है। उनका कहना है दिसम्बर माह में उन्होंने कुछ रुपयेएटीएम से निकाले थे। एटीएम से रुपये नहीं निकले थे पर खाते से रुपये कट गये थे। बीते 30 दिसम्बर को प्रेम चंद्र सिंह के पास एक कॉल आयी। फोनकर्ता ने खुद को बैंक का अधिकारी बताया। फोनकर्ता ने प्रेम चंद्र सिंह को उनके रुपये वापस खाते में डालने की बात कही। फोनकर्ता को प्रेम चंद्र सिंह ने बैंक कर्मचारी समझ लिया।
इसके बाद फोनकर्ता ने प्रेम चंद्र सिंह से उनके एटीएम की पूरी जानकारी हासिल कर ली और उनके खाते से 19 हजार 600 रुपये निकाल लिये। जालसाजे ने प्रेम चंद्र सिंह के खाते से निकाले गये रुपये से पेटीएम की मदद से खरीदारी कर डाली। प्रेम चंद्र सिंह को जब बैंक से रुपये निकाले जाने का मैसेज मिला तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गयी। उन्होंने फौरन इस बात की शिकायत बैंक की और अपना एटीएम ब्लाक कराया। काफी कोशिशों के बावजूद भी जब प्रेम चंद्र सिंह को अपने रुपये वापस नहीं मिले तो वह शिकायत लेकर पारा पुलिस के पास पहुंचे और मामले की शिकायत की। फिलहाल पारा पुलिस ने उनकी तहरीर पर आईटी एक्ट की धारा 66 डी के तहत रिपोर्ट दर्ज कर ली है और छानबीन में लगी है।