अक्सर लोग राहु या केतु से डरे रहते हैं. राहु और केतु के कारण ही कालसर्प दोष निर्मित होता है. पुराणों अनुसार पितृदोष या प्रारब्ध के कारण कालसर्प योग बनता है. कालसर्प योग भी 12 तरह के माने गए हैं. बहुत से लोग कालसर्प योग से डरे हुए हैं, लेकिन जंगल के खतरनाक जानवरों के बारे में जो जानते हैं वे निश्चित ही बच निकलने का रास्ता भी ढूंढ ही लेते हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राहु-केतु को छाया ग्रह माना जाता है. राहु-केतु के प्रकोप से बचने के लिए इनके उपाय करना बहुत जरूरी होता है. ज्योतिषी विद्या के अनुसार इन दोनों ग्रहों का अपना कोई अस्तित्व नहीं होता, इसीलिए ये जिस ग्रह के साथ बैठते हैं, उसी के अनुसार अपना प्रभाव देने लगते हैं. कभी-कभी ही राहु-केतु शुभ फल देते हैं.
इतना ही नहीं राहु की वक्री दृष्टि किसी भी इंसान को समस्याओं से जूझने पर मजबूर कर देती है. इस स्थिति में मनुष्य अपने विवेक को खो बैठता है और गलत निर्णय लेने लगता है. राहु के बुरे प्रभाव के कारण व्यक्ति बुरे व्यसनों की ओर आकर्षित होता है. ये छाया ग्रह शक्तिवर्धन, शत्रुओं को मित्र बनाने में महत्वपूर्ण रूप से सहायक रहता है.
वहीँ दूसरी ओर केतू ग्रह स्वभाव से काफी क्रूर माना जाता है. इसको बुद्धि, ज्ञान, वैराग्य, कल्पना, अंतर्दृष्टि, मर्मज्ञता, विक्षोभ और अन्य मानसिक गुणों का कारक माना जाता है. शुभ स्थिति में होने पर यह इन्हीं क्षेत्रों में अच्छा फल देता है तो वहीं अगर केतु नीच में है तो जातक को इस ग्रह से जुड़े क्षेत्रों में हानि का सामना करना पड़ता है.
जी हाँ दोस्तों आज हम आपको बताने वाले हैं राहू-केतू के परिवर्तन से कौन सी दो राशियों को मिलने वाली है प्यार और पैसों की सौगात. राहु और केतु के परिवर्तन से 18 साल बाद 12 राशियों में से 2 राशि ऐसे भी है जिसे वो धनवान बना देंगे.
तो आइए जानते हैं कौन सी है वो 2 राशियां, जिनके जीवन में आने वाली है खुशियों की सौगात.
सिंह राशि : इन राशि वालों के लिए राहू केतू धन लाभ का पिटारा खोलने वाले हैं इससे उन्हें आकस्मिक धन की प्राप्ति होगी. रूके हुए कार्य पूर्ण होंगे पेट की समस्या से लाभ मिलेगा. अगर आप छात्र है तो आने वाले 18 महीने आपके लिए काफी शुभ होंगे.
वृश्चिक राशि : इन राशि वालों को धन लाभ होगा कार्यों मे सफलता होगी. भाग्यों, भौतिक सुखों का तो आगमन साफ होगा लेकिन आपके छोटे भाई बहनों का स्वास्थ बिगड़ सकता है. इसलिए आपको बता दें कि नित्य चिटियों को आपको काला तिल डालें.