लखनऊ: मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर इस बात के संकेत दिये हैं कि वह अपने बेटे अखिलेश यादव से खुश नहीं हैं। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा है कि वह सपा और कांग्रेस गठबंधन का प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने इस गठबंधन को भी गैरजरूरी करार दिया और कहा कि इसकी गठबंधन की कोई जरूरत नहीं थी।
मुलायम सिंह का दावा है कि सपा अपने दम पर चुनाव लडऩे व जीतने में सक्षम थी। मुलायम ने आगे कहा कि मैं अखिलेश की इस राजनीतिक समझ के खिलाफ हूं। हमारे जिन नेताओं के टिकट काटे गए हैं वो अब क्या करेंग?
मुलायम के इस बयान से सपा में घमासान के दिन फिर याद आ गए हैं। गौरतलब है कि पहले भी मुलायम ने कांग्रेस से गठबंधन का विरोध किया था। उन्होंने एक प्रेस काफ्रेंस में साफ शब्दों में कहा था कि कांग्रेस से गठबंधन नहीं होगा सिर्फ विलय ही हो सकता है। मुलायम ने प्रचार करने से भी इनकार कर दिया। पार्टी से जुड़े सूत्र यह भी बताते हैं कि मुलायमत ने कार्यकताओं से भी इस गठबंधन का साथ न देने के लिए कहा है। यह कोई पहली बार नहीं है जब मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव के बीच मतभेद देखने को मिला है। कुछ समय से दोनों पिता-पुत्र के बीच कई मतभेद दिखे और इसी के चलते
अखिलेश ने समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष का पद खुद अपने हाथों में ले लिया। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ में रोड शो किया, जिसमें राहुल ने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश का मुख्यमंत्री एक युवा बनेगा। अखिलेश फिर से यूपी के सीएम बनेंगे।