लखनऊ: आप ने आनलाइन ठगी, नौकरी के नाम पर ठगी की घटनाएं तो सुनी होंगी, पर अब तो जालसाजों ने बिजली का बिल जमा कराने के नाम पर लोगों से ठगी करनी शुरू कर दी है। ऐसी ही एक घटना घटी है शहर के पॉश गोमतीनगर इलाके में। यहां पर एक परचूरन दुकानदार से एक युवक व युवती ने बिजली बिल जमा कराने के नाम पर 50 हजार रुपये लिये और फिर रुपये लेकर गायब हो गये। पीडि़त दोनों बंटी-बल्ली का काफी देर इंतजार करता रहा पर जब वह लोग वापस नहीं लौटे तो दुकानदार ने उनको तलाशना शुरू किया पर दोनों गायब हो चुके थे। पीडि़त ने अब इस मामले में गोमतीनगर थाने में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज करायी है।
काकोरी दुबग्गा इलाके में परचून दुकानदार बेचेलाल अपने परिवार के साथ रहता है। बेचेलाल का 67 हजार रुपये का बिजली का बिल बकाया था। बीते 16 जनवरी को उसके पास एक युवक ने फोन किया और बताया कि वह उसका बिल कम करा कर जमा कर देगा। युवक ने 17 जनवरी की सुबह बेचेलाल को गोमतीनगर के हुसडिय़ा इलाके मिलने के लिए बुलाया। तय समय पर बेचेलाल हुसैडिय़ा चौराहा पहुंच गया। वह पर उसको एक युवक मिला। युवक ने बेचेलाल को उसका बिल दिखाया। युवक ने 67 हजार रुपये की जगह 50 हजार रुपये जमा करने की बात कही। इस बेचेलाल उसको चेक देने लगा। युवक ने चेक लेने से इंकार कर दिया। बेचेलाल ने बताया कि उसके पास इतने रुपये नहीं हैं। इस पर युवक ने बैंक से रुपये निकालकर देने के लिए कहा। बेचेलाल के पास कैनेरा बैंक का करंट एकाउंट है।
बेचेलाल युवक को लेकर हुसैडिय़ा चौराहे पर स्थित कैनेरा बैंक पहुंचा और खाते से 50 हजार रुपये निकाले। इसके बाद युवक बेचेलाल को लेकर पास में ही स्थित नगर निगम के दफ्तर पहुंच गया। बेचेलाल ने जब युवक से कहा कि यह तो नगर निगम का दफ्तर है तो युवक ने बताया कि यहां हर तरह का बिल जमा हो जाता है। युवक ने बेचेलाल से बताया कि अभी एक मैडम आ रही हैं तुम उनको रुपये दे देना वह रुपये जमा करा कर रसीद तुमको दे देंगी। बेचेलाल व युवक आपस में बात कर ही रहते थे कि एक युवती वहां पहुंची। युवक ने बेचेलाल को बताया कि यह वहीं मैडम हैं। बेचेलाल ने युवती को 50 हजार रुपये थमा दिये। रुपये लेने के बाद युवती व युवक नगर निगम के दफ्तर के अंदर चले गये और बेचेलाल को बाहर ही इंतजार करने के लिए कहा। बेचेलाल भी नगर निगम के दफ्तर के बाहर दोनों का इंतजार करता रहा।
जब काफी देर हो गयी युवक व युवती वापस नहीं लौटे तो बेचेलाल दफ्तर के अंदर उनको तलाशता हुआ पहुंचा पर अंदर दोनों नहीं थे। बेचेलाल ने दफ्तर में मौजूद लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि यहां बिजली का बिल नहीं जमा होता है। यह बात सुनते ही बेचेलाल के पैरों तले जमीन खिसक गयी। वह पागलों की तरह बंटी व बल्ली को तलाशता रहा पर दोनों का कोई पता नहीं चल सका। इसके बाद बेचेलाल पुलिस के पास पहुंचा और शिकायत की। काफी मशक्कत के बाद गोमतीनगर पुलिस ने बेचेलाल की शिकायत पर धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
जालसाजों के पास कहां से आया दुकानदार का बिल?
पीडि़त दुकानदार बेचेलाल ने बताया कि आरोपी युवक के पास उसका आनलाइन निकाला गया बिल मौजूद था। उसको खुद यह बात समझ में नहीं आ रही है कि आरोपी युवक के पास उसका बिल कहां से आ गया। दुकानदार ने बताया कि वह आरोपी युवक व युवती को बिजली विभाग का कर्मचारी समझ रहा था।
सीसीटीवी कैमरे से मिल सकती है युवक की फोटो
दुकानदार बेचेलाल ने बताया कि आरोपी युवक उसके साथ तीन अलग-अलग बैंक में रुपये निकाले के लिए गया था। कैनेरा बैंक में तो आरोपी युवक अंदर तक उसके साथ रुपये निकालते वक्त मौजूद था। ठगी का शिकार हुए दुुकानदार ने बताया कि अगर पुलिस बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे चेक करे तो उसमें आरोपी की फोटो मिल सकती है। दुकानदार का आरोप है कि अभी तक पुलिस ने इस मामले में कुछ भी नहीं किया है। अगर समय रहते हुए पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज नहीं चेक की तो
आरोपी की फोटो मिलना मुश्किल हो जायेगी।
पीडि़त का आरोप में एफआईआर में 5000 रुपये लिखे गये
इसको पुलिस की लापरवाही कही जाये या फिर सोची समझी प्लानिंग कि पीडि़त ने पुलिस को अपनी शिकायत में 50 हजार रुपये ठगे जाने की बात लिखकर दी थी। बावजूद इसके पुलिस ने उसको जब एफआईआर की कापी दी तो उसमें 5 हजार रुपये लिखे थे। एफआईआर कापी मिलने के बाद जब दुकानदार ने उसको देखा तो वह दंग रह गया। उसने इस बारे में गोमतीनगर पुलिस से फिर से शिकायत की। शिकायत के बाद पुलिस ने उसकी कम्यूटर से निकाली गयी एफआईआर कापी पर 5 हजार की जगह 50 हजार रुपये हाथ से लिखकर मोहर लगा थमा दी।