टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच तीन मैचों की टी-20 सीरीज का दूसरा मुकाबला आज शाम 7 बजे से इंदौर के होलकर स्टेडियम में खेला जाएगा. कटक में खेले गए पहले टी-20 मैच मिली एकतरफा जीत के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में 2-0 की अजेय बढ़त के लक्ष्य के साथ उतरेगी.रणजी ‘सनसनी’ गुरबानी की सफलता में इस भारतीय गेंदबाज का हाथ
कटक टी-20 मैच में भारत ने श्रीलंका को 93 रनों से मात दी थी, जो उसकी टी-20 में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है. एक बार फिर वह अपने इसी शानदार फॉर्म को जारी रखना चाहेगी. रोहित ने कप्तान के तौर पर अपनी पहली वनडे सीरीज में श्रीलंका को मात दी थी. टी-20 की अपनी पहली सीरीज में भी उनकी नजरों में यही ख्वाब होगा.
साल 1997 में मैच रद्द करा चुकी है श्रीलंका
श्रीलंकाई टीम पिछली बार साल 1997 में भारत के खिलाफ वनडे मैच खेलने यहां पहुंची थी. हालांकि, तब होलकर स्टेडियम नहीं बना था और क्रिकेट के अंतरराष्ट्रीय मुकाबले नेहरू स्टेडियम में आयोजित किए जाते थे.
अर्जुन रणतुंगा की कप्तानी वाली टीम की बल्लेबाजी से 25 दिसंबर 1997 को नेहरू स्टेडियम में मैच की शुरूआत हुई थी. मेहमान टीम ने तीन ओवर के बाद ही नेहरू स्टेडियम की पिच को खराब बताते हुए इस पर खेलने से इंकार कर दिया था. इसके बाद रणतुंगा ने तत्कालीन भारतीय कप्तान सचिन तेंदुलकर से पिच को लेकर चर्चा की थी. दोनों कप्तानों की सहमति से मैच रद्द कर दिया गया था.
भारत के लिए लकी रहा है होल्कर का मैदान
होलकर स्टेडियम भारतीय टीम के लिए बेहद भाग्यशाली रहा है. मेजबान टीम ने इस मैदान पर अब तक आयोजित सभी पांच वनडे मैचों और एकमात्र टेस्ट मुकाबले में जीत हासिल की है. बीस साल के लंबे अंतराल के बाद इंदौर पहुंची श्रीलंका टीम होलकर स्टेडियम पर पहली बार उतरेगी.
टीम इंडिया के पास टी-20 रैंकिंग सुधारने का मौका
टीम इंडिया के पास श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में अपनी रैंकिंग सुधारने का मौका है. भारतीय टीम अगर श्रीलंका को 3-0 से टी-20 सीरीज हरा देती है, तो वह आईसीसी टी-20 रैंकिंग में दूसरे नंबर पर आ जाएगी. बता दें कि फिलहाल भारत 119 अंक के साथ पांचवें नंबर पर है, वहीं पाकिस्तान 124 अंक के साथ नंबर वन टी-20 टीम है.
टीम इंडिया
पहले मैच में हालांकि रोहित का बल्ला नहीं चला था, लेकिन उनके ओपनिंग जोड़ीदार लोकेश राहुल ने बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेली थी. वहीं, अंत में महेंद्र सिंह धोनी और मनीष पांडे ने तेजी से रन जोड़ते हुए टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर प्रदान किया था.
गेंदबाजी में श्रीलंकाई टीम एक बार फिर युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की फिरकी में फंस गई थी. एक बार फिर भारतीय गेंदबाजी का दारोमदार इन्हीं दोनों पर होगा. तेज गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह पर काफी दारोमदार होगा.
महेंद्र सिंह धोनी की फिनिशर की भूमिका पर भी पिछले कुछ समय से सवाल उठ रहे हैं, उन्होंने कटक में चौथे स्थान पर भेजे जाने के बाद कुछ रन जुटाए और उनके इसी स्थान पर बल्लेबाजी करने की संभावना है, ताकि वह दक्षिण अफ्रीका में वनडे और टी-20 चुनौती से पहले मैच में काफी ओवर खेल सकें.
श्रेयस अय्यर भी कोहली और धवन की अनुपस्थिति में कुछ रन जुटाना चाहेंगे. लोकेश राहुल भी अच्छी फार्म में हैं और भारतीय गेंदबाज भी दौरे की शुरूआत से अच्छी लय में हैं.
श्रीलंका
श्रीलंका के लिए यह करो या मरो मुकाबला है. अगर वह इस मैच को हार जाती है, तो सीरीज से हाथ धो बैठेगी. इस लिहाज से इस मैच में उसे हर हाल में जीत की जरूरत होगी. जीत की जिम्मेदारी उपुल थरंगा और एंजेलो मैथ्यूज के कंधों पर होगी. टीम में इन दोनों से अनुभवी और कोई नहीं है.
गेंदबाजी में मैथ्यूज के अलावा दुष्मंत चामीरा और डी सिल्वा जैसे खिलाड़ियों ने उम्मीद जगायी है तथा उन्हें निरंतर प्रदर्शन करने के लिए मार्गदर्शन की जरूरत है.भारत को इस श्रीलंकाई टीम पर दबदबा बनाने के लिए भारत को अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम की जरूरत नहीं है, लेकिन उनका अच्छा प्रदर्शन करना आवश्यक है.
टीम:
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), के एल राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, एम एस धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक हुड्डा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, बासिल थम्पी, जयदेव उनादकट.
श्रीलंका: थिसारा परेरा (कप्तान), उपुल थरंगा, एंजेलो मैथ्यूज, कुशल परेरा, दानुष्का गुणाथिलका, निरोशन डिकवेला, असेला गुणारत्ने, सदीरा समरविक्रमा, दासुन शनाका, चतुरंगा डी सिल्वा, सचित पाथिराना, धनंजय डी सिल्वा, नुवान प्रदीप, विश्वा फर्नांडो, दुष्मंता चामीरा.