नार्वे की नोबेल समिति ने सोमवार को बताया कि वर्ष 2021 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 329 नामांकन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 234 व्यक्ति और 95 संगठन हैं। नामांकन की अंतिम तिथि एक फरवरी थी। ओस्लो स्थित इस संगठन ने बताया कि नोबेल शांति पुरस्कार के नामांकन की यह तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित समूहों में कोरोना वायरस महामारी से निपटने में अपनी भूमिका के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन शामिल है।
इस पुरस्कार के लिए सबसे अधिक 376 नामांकन 2016 में प्राप्त हुए थे। इस पुरस्कार के लिए सरकारों के प्रमुख, राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत राजनीतिज्ञ, विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, विदेश नीति संस्थानों के निदेशक, पूर्व नोबेल पुरस्कार विजेता और नार्वे की नोबेल समिति के सदस्य नामांकन दाखिल कर सकते हैं।
हालांकि ओस्लो स्थित इस बेहद गोपनीयता बरतने वाले बोर्ड ने नामांकनों की घोषणा नहीं की है, लेकिन नामांकन करने वाले चाहे तो नामित और प्रस्तावक दोनों के नामों का एलान कर सकते हैं। बता दें कि नोबेल समिति अपने वार्षिक फैसले की घोषणा हर साल अक्टूबर में करती है। जबकि शांति और अन्य नोबेल पुरस्कार हर साल 10 दिसंबर को प्रदान किए जाते हैं।
एसोसिएटेड प्रेस ने बताया कि नोबेल शांति पुरस्कार 2021 के उम्मीदवारों में बेलारूस की निर्वासित विपक्षी नेता स्वेतलाना तिखनोस्कायाऔर दो अन्य बेलारूस लोकतंत्र कार्यकर्ता, वेरोनिका त्सेपल्को और मारिया कोलेनिकोवा शामिल हैं। इसके अलवा ‘द ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन, रूसी विपक्षी नेता अलेक्सी नवलनी, व्हाइट हाउस के पूर्व सलाहकार जेरेड कुश्नर और अब्राहम संधि के लिए पश्चिम एशिया के साथ सिलसिलेवार वार्ता करने वाले अवी बर्कोवित्ज शामिल हैं।