एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने मंगलवार को भारत की जीडीपी विकास दर का अनुमान बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है। रेटिंग्स एजेंसी ने इसकी वजह सामान्य मानसून, कच्चे तेल की कम कीमतें आदि को बताया है। हालांकि एस एंड पी ने पश्चिम एशिया में जारी तनाव के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की भी आशंका जताई है। एजेंसी ने कहा कि अगर पश्चिम एशिया में संघर्ष लंबा खिंचा तो इससे तेल की कीमतें बढ़ सकती हैं जिसका एशिया प्रशांत महासागर क्षेत्र के आर्थिक विकास पर असर होगा।
पिछले महीने एस एंड पी ने भारत की विकास दर को कम बताया था
एस एंड पी ने कहा कि मौजूदा समय में वैश्विक ऊर्जा बाजार पर लंबे समय तक असर पड़ने की आशंका कम ही है। भारत अपनी जरूरत का 85-90 प्रतिशत तेल आयात करता है और आधी प्राकृतिक गैस विदेशों से मंगवाता है। एस एंड पी ने बीते महीने वित्तीय वर्ष 2026 के लिए भारत की विकास दर में 20 पॉइंट की कमी कर इसे 6.3 प्रतिशत बताया था। एजेंसी ने इसकी वजह वैश्विक अनिश्चितता और अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को बताया था।
टैरिफ से व्यापार, निवेश को होगा नुकसान
एस एंड पी का अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा इस महीने जताए गए अनुमान से मेल खा रहा है। रिजर्व बैंक ने भी भारत की विकास दर वित्तीय वर्ष 2026 के लिए 6.5 प्रतिशत बताई थी। एस एंड पी ने अपनी रिपोर्ट में ये भी आशंका जताई है कि अमेरिका के टैरिफ प्लान से व्यापार, निवेश और वैश्विक विकास को नुकसान होगा।