दूरसंचार कंपनियों ने जिस तेजी से देश भर में 5G नेटवर्क बिछाया है उसका साफ असर अब दिखाई देने लगा है। गुरूवार को जारी वार्षिक मोबाइल इंडेक्स के मुताबिक 2024 में पूरे भारत में 5G डेटा ट्रैफिक में साल दर साल पांच वर्षों में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस वृद्धि में मेट्रो से ज्यादा बी और सी सर्किलों में खपत बढ़ी। जहां 5G डेटा खपत में क्रमश: 3.4 गुना और 3.2 गुना की वृद्धि दर्ज की जा रही।
मेट्रो शहरों में बढ़ रहे 5G यूजर्स
इन सर्किलों में 5G नेटवर्क का विस्तार इस वृद्धि का मुख्य कारक रहा है। मेट्रो सर्किलों में 5G डेटा उपयोग का कुल मोबाइल ब्रॉडबैंड डेटा में योगदान 43 प्रतिशत पहुंच गया है जो 2023 में 20 प्रतिशत था। मेट्रो शहरों में 4G डेटा की वृद्धि में गिरावट आ रही है। नोकिया की तरफ से जारी इस इंडेक्स के मुताबिक प्रति ग्राहक डेटा खपत 2024 में बढ़कर 27.5 गीगाबाइट्स पर पहुंच गया है। पिछले पांच वर्षों में 19.5 की सालाना वार्षिक वृद्धि दर से यह बढ़ा है।
नोकिया इंडिया के प्रौद्योगिकी एवं समाधान प्रमुख (मोबाइल नेटवर्क) संदीप सक्सेना ने रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि दिसंबर, 2024 में भारत में प्रति यूजर औसत 5G डेटा खपत 40 जीबी दर्ज की गई। हमारा अनुमान है कि 5G यूजर आधार 2024 में 29 करोड़ से बढ़कर 2028 तक लगभग 77 करोड़ हो जाएगा।
बढ़ रही डेटा की खपत
नोकिया की वार्षिक मोबाइल ब्रॉडबैंड सूचकांक (एमबीआइटी) रिपोर्ट के अनुसार, 4G, 5G आदि डेटा की खपत मिलकर पांच साल में 19.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर से बढ़कर 2024 में 27.5 जीबी हो गई। रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में पूरे भारत में 5G डेटा उपयोग में सालाना आधार पर तीन गुना की उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
बढ़ रहे 5G उपकरण
रिपोर्ट के अनुसार, 5G फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (एफडब्ल्यूए) के निरंतर बढ़ने से डेटा उपयोग बढ़ रहा है। एफडब्ल्यूए यूजर अब औसत मोबाइल डेटा उपयोगकर्ता की तुलना में 12 गुना अधिक डेटा का उपभोग कर रहे हैं, जो आवासीय तथा व्यावसायिक दोनों ही क्षेत्रों में नई सेवाओं के दम पर हो रहा है। सक्सेना ने कहा कि सक्रिय 5G उपकरणों की संख्या सालाना आधार पर दोगुनी होकर 2024 में 27.1 करोड़ तक पहुंच गई। इसमें तेजी आने आने की उम्मीद है।