केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि 21वीं सदी सिर्फ एशिया की ही नहीं, बल्कि अफ्रीका की भी है और इसलिए भारत तथा अफ्रीका को अपने साझा भविष्य को संवारने के लिए साथ चलना चाहिए। जेटली ने अफ्रीकी विकास बैंक की 52वीं वार्षिक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि भारत तमाम चुनौतियों के बीच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक उभरता हुआ केंद्र रहा है। अफ्रीका ने भी पिछले कुछ वर्षो में अच्छी प्रगति की है।

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि 21वीं सदी सिर्फ एशिया की ही नहीं, बल्कि एशिया और अफ्रीका दोनों की है।”
जेटली ने कहा कि कड़े वैश्विक परिदृश्य के बीच अफ्रीकी महाद्वीप में तेजी से बदलाव हो रहा है। अफ्रीका की अर्थव्यवस्था 2016 में 2.2 फीसदी और 2017 में 3.4 फीसदी की दर से बढ़ी।
जेटली ने कहा, “अफ्रीका में अच्छा समय आने वाला है। भारत और अफ्रीका को साझा भविष्य संवारने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि भारत, अफ्रीका के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है और यह प्रतिबद्धता तीन भारत-अफ्रीका शिखर सम्मेलनों सहित ‘उच्च स्तरीय राजनीतिक सहभागिता’ से झलकती है।
जेटली ने कहा, “यह सिर्फ संयोग नहीं है कि हमारे प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने बीते समय में 16 अफ्रीकी देशों का दौरा किया है। ऐसा कोई अफ्रीकी देश नहीं है, जहां हमारी सरकार के मंत्री नहीं गए हों।”
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