लखनऊ। राजधानी की ट्रैफिक पुलिस ने एक बार फिर ग्रीन कॉरीडोर बनाकर किसी की जिंदगी बचाई। यही कारण है कि रविवार को अक्सर जाम के दौरान ट्रैफिक कर्मियों को कोसने वाले आम नागरिक सिपाहियों की मुक्तकंठ से प्रशंसा कर रहे थे। यह ग्रीन कॉरीडोर केजीएमयू से अमौसी एयरपोर्ट के बीच बनाया गया था। यहां से एक एबुंलेंस में लीवर रखकर एयरपोर्ट पहुंचाया गया। यहां से इसे वायुयान द्वारा दिल्ली के लिए भेज दिया गया। देर शाम 16:34 पर केजीएमयू से एंबुलेंस को रवाना किया गया। यह 16:37 पर हजरतगंज वाया अहिमामऊ से होते हुए 21 मिनट में 16:55 पर एयरपोर्ट पहुंच गई। इसे इंटरसेप्टर वन की मदद से रास्ता खाली करवाते हुए भेजा गया। एंबुलेंस को पहुंचाने में ड्राइवर लाल साहब, टीएसआई हजरतगंज शीतला प्रसाद पांडेय क्ष्ेात्राधिकारी यातायात डॉ. राजेश तिवारी ने अपना योगदान दिया। इस दौरान पुलिस अधीक्षक यातायात हबीबुल हसन भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि यातायात विभाग द्वारा सातवां सफल ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया। इस दौरान चौराहों पर मौजूद लोगों ने यातायात कर्मियों की जमकर प्रशंसा की।
यह है ग्रीन कॉरीडोर
ग्रीन कॉरीडोर के तहत एंबुलेंस को ट्रैफिक अवरोध के बिना गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। इसमें यातायात विभाग के पुलिसकर्मी सहयोग करते हैं। इस दौरान जहां से भी एंबुलेंस को गुजरना होता है। उस मार्ग के यातायात को कुछ देर के लिए रोक दिया जाता है।