झांसी. बीते 16 मई को झांसी रेलवे स्टेशन से चोरी हुए बच्चे को पुलिस ने बुधवार को ढूंढ निकाला। बच्चे को 3 युवकों ने चोरी कर 17 मई को मध्य प्रदेश के दतिया निवासी एक संपन्न किसान को 5 लाख रुपए में बेचा था। पुलिस ने बच्चा खरीदने वाले दंपति और बेचने वाले बदमाशों को अरेस्ट कर लिया है। 21 साल से प्रेग्नेंट नहीं हो रही थी बीवी, इसलिए खरीदा था बच्चा…
– आरपीएफ एसपी डॉ. ओमप्रकाश सिंह ने बताया, “बच्चा खरीदने वाला बृजपाल सिंह एमपी के दतिया का एक संपन्न किसान है। शादी के 21 साल बाद भी प्रेग्नेंट न होने पर इसकी पत्नी लगातार उससे बच्चे की मांग करती थी। इसके लिए उसने कई अनाथालय और सरकारी अस्पतालों में संपर्क किया। इस दौरान उसकी मुलाकात आरोपी सुरेश और उसके दो साथियों से हुई। इसके बाद बच्चे को खरीदने की डील की गई।”
ऐसे चुराया बच्चा
– एसपी ने बताया, “16 मई को झांसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफ़ॉर्म 7 से एक बच्चा चोरी हुआ था। टीकमगढ़ जिले की महिला हीरा अहिरवार अपने पति के साथ दिल्ली से रात में लौटी थी। झांसी रेलवे स्टेशन से उसे अगली सुबह ट्रेन पकड़नी थी, जिसके इंतजार में वो प्लेटफॉर्म पर ही सो गई। इसी दौरान कोई उसका बच्चा चोरी कर ले गया। पूरी घटना स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।”
– “बच्चा चुराने का मास्टरमाइंड सुरेश कुमार जालौन जिले के कोटरा का रहने वाला है। उसने बच्चा चुराने के लिए चार घंटे तक प्लेटफॉर्म पर इंतज़ार किया। दंपति अपने 6 महीने के बच्चे को बगल में लिटाकर सो रहा था। गहरी नींद लगने के बाद उसने उनका बच्चा चोरी कर लिया। इस काम में झांसी के ही धर्मेन्द्र और अनिल कुशवाहा भी शामिल थे।”
– एसपी के मुताबिक तीनों ने बच्चा चुराने के अगले दिन 17 मई को उसे दतिया के दंपति को 5 लाख रुपए में बेच दिया।
जायदाद ले लो, बच्चा दे दो
– पुलिस ने बच्चा खरीदने वाले बृजपाल सिंह को भी अरेस्ट किया है। उसकी पत्नी ने रोते हुए बताया, “मुझे नहीं पता था कि ये चोरी का बच्चा लाए हैं, वो भी खरीद कर। मैं 21 साल से बच्चे के लिए तरस रही थी। उसे पाकर बहुत खुश थी, लेकिन 15 दिन में ही मेरी खुशी मातम में बदल गई है। पांच लाख क्या, मैं इन लोगों को पूरी जायदाद देने को तैयार हूं, बस बच्चा मेरे पास रहने दें।”
– वहीं, खोया हुआ बच्चा वापस पाने वाली महिला का कहना है- “भगवान ने मुझे मेरी अमानत लौटा दी है। वो मुझे पांच लाख क्या पांच करोड़ रुपए भी दे, तो भी मैं अपने जिगर के टुकड़े को नहीं बेचूंगी।”