पूजा की आसान विधि-
जया एकादशी पर कैसे करें पूजन-
– जया एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करके भगवान विष्णु का ध्यान करें।
– तत्पश्चात व्रत का संकल्प लें।
– अब घर के मंदिर में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें।
– एक लोटे में गंगा जल लेकर उसमें तिल, रोली और अक्षत मिलाएं।
– अब इस लोटे से जल की कुछ बूंदें लेकर चारों ओर छिड़कें।
– फिर इसी लोटे से घट स्थापना करें।
– अब भगवान विष्णु को धूप, दीप दिखाकर उन्हें पुष्प अर्पित करें।
– अब एकादशी की कथा का पाठ पढ़ें अथवा श्रवण करें।
– घी के दीपक से विष्णु जी की आरती करें तथा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
– तत्पश्चात श्रीहरि विष्णु जी को तुलसी दल सहित तिल का भोग लगाएं।
– इस दिन तिल का दान करना अच्छा माना जाता है। अत: अपने सामर्थ्यनुसार तिल का दान अवश्य करें।
– शाम के समय भगवान विष्णु जी की पूजा करके फलाहार करें।
– द्वादशी को यानी अगले दिन सुबह किसी योग्य ब्राह्मण को भोजन करावाएं तथा दान-दक्षिणा दें। इसके बाद स्वयं भी भोजन ग्रहण कर व्रत का पारण करें।
2021 में जया एकादशी पूजन का समय एवं मुहूर्त इस प्रकार रहेगा-
जया एकादशी तिथि का प्रारंभ सोमवार, 22 फरवरी 2021 को शाम 5.16 मिनट से शुरू होकर मंगलवार, 23 फरवरी 2021 को शाम 6.05 मिनट पर एकादशी तिथि समाप्त होगी। अत: एकादशी व्रत 23 फरवरी 2021 माना जाएगा।
एकादशी उपवास करने वालों के लिए पारण का समय बुधवार, 24 फरवरी 2021 को सुबह 6.51 मिनट से 9.09 मिनट तक रहेगा।पारणा अवधि- 2 घंटे 17 मिनट
तक।