लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के छठे चरण के लिए 4 मार्च को वोटिंग होनी है। ऐसे में वोटरों को प्रत्याशी का इतिहास भी पता होना बेहद जरूरी है। कौन करोड़पति है और किसके खिलाफ कितने आपराधिक मामले हैं, यह बात जानने का हक हर वोटर का है।
छठे चरण की 49 सीटों के लिए चार मार्च को मतदान होना है। यहां के उम्मीदवारों में से 20 फीसद दागी हैं। इनमें से 17 फीसद पर हत्या, हत्या के प्रयास व महिला उत्पीडऩ के गंभीर मामले दर्ज हैंए जबकि 25 फीसद उम्मीदवार करोड़पति हैं। पहले चरण में जहां 20 फीसद प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज थे, दूसरे व तीसरे चरण में यह औसत 14 फीसद था। चौथे चरण में 17, पांचवें चरण में 19 और छठे चरण में दागी प्रत्याशियों की संख्या 20 फीसद है।
बुधवार को यह आंकड़े जारी किये एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफाम्र्स एडीआर व उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच ने। प्रवक्ता प्रो अजय प्रकाश व अनिल शर्मा ने छठे चरण में भाग्य आजमा रहे 635 के शपथपत्र की विश्लेषण रिपोर्ट जारी है जिसके मुताबिक कुल 126 उम्मीदवारों के खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं।
भारतीय जनता पार्टी के 45 प्रत्याशियों में से 18 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं इनका औसत 40 फीसद है। भाजपा के 20 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन पर दर्ज अपराध में पांच साल या उससे ऊपर सजा हो सकती है।
सपा के 40 प्रत्याशियों में से 15 के खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं इनके दागी प्रत्याशियों का औसत 38 फीसद के करीब है। बहुजन समाज पार्टी के 49 में 24 प्रत्याशियों के खिलाफ मुकदमे हैं।
बसपा के दागी प्रत्याशियों का औसत 36 के करीब है। राष्ट्रीय लोकदल के 36 में से पांच प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
एडीआर के प्रवक्ता ने बताया कि छठे चरण में 27 फीसद करोड़पति मैदान में हैं। वह कहते हैं कि राजनीतिक दल अपराधियों से दूरी का चाहे जितने दावे करते हों मगर शपथ पत्रों के विश्लेषण से साफ है कि अपराधियों से किसी भी दल ने दूरी नहीं बनाई है।
160 करोड़पति प्रत्याशी
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक छठे चरण के 635 प्रत्याशियों में से 160 करोड़पति हैं। यह औसत 25 फीसद है। बसपा के 49 में 35, भाजपा के 45 में 33, सपा के 40 में 28 प्रत्याशी करोड़पति हैं। कांग्रेस के 10 में छह, रालोद के 36 में से आठ प्रत्याशी करोड़पति हैं।