इरका: मोसुल सैन्य अभियान के बीच आतंकी संगठन आईएसआईएस का सरगना अबू बकर अल बगदादी इराकी शहर मोसुल से भाग चुका है। अमेरिकी और इराकी खुफिया सूत्रों का मानना है कि वह रेगिस्तानी इलाके में छिपा है और इस वक्त उसका ध्यान केवल अपनी जिंदगी बचाने पर है। मोसुल ही वह शहर है जहां 2014 में बगदादी ने खुद को खलीफा घोषित किया था।
अमेरिकी गठबंधन की मदद से इराकी बलों ने पांच महीने पहले इस शहर को आतंकियों से मुक्त कराने का अभियान शुरू किया था। जनवरी में पूर्वी मोसुल पर नियंत्रण करने में कामयाब रहे सैनिक तेजी से अब पश्चिमी मोसुल में आगे बढ़ रहे हैं और उनकी जीत तय है। इस महीने की शुरुआत में इराकी टीवी नेटवर्क अलसुमारिया के हवाले से अल-अरबिया ने बताया था कि लड़ाकों के बीच बगदादी का एक बयान बांटा गया है। इसमें उसने हार कबूलते हुए लड़ाकों को अपने देश लौटने या खुद को उड़ा लेने का हुक्म दिया था।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक आइएस नेतृत्व और लड़ाकों के बीच अब कोई संपर्क नहीं है। बगदादी ने संचार के सभी माध्यमों से खुद को दूर कर लिया है। मोसुल के आबादी वाले इलाके से निकलकर वह रेगिस्तानी इलाके के आसपास के गांवों में छिपा है। 24 घंटे में कई बार वह अपनी लोकेशन बदलता है। आईएसआईएस पर किताब लिखने वाले हिशाम अल हाशिमी के अनुसार वह उत्तर- पश्चिमी इराकी शहर बाज और सीरियाई शहर अल्बू कमाल के बीच फैले रेगिस्तानी इलाके में कहीं हो सकता है।
2337 अरब का नुकसान
इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल आब्दी ने बुधवार को बताया कि इराक में आईएसआईएस 35 अरब डॉलर ;करीब 2337 अरब रुपये की संपत्ति और आधारभूत संरचना को नुकसान पहुंचा चुका है। सीरिया में 24 फरवरी को आईएसआईएस ठिकानों पर किए गए हमले को लेकर उन्होंने कहा कि पड़ोसी देशों में आतंकी ठिकानों को निशाने बनाने से भी अब इराक पीछे नहीं हटेगा। इस बीच संघीय पुलिस के मेजर जनरल अली खादिम अल लामी ने बताया है कि मोसुल के संग्रहालय में अब कोई कलाकृति नहीं बची है। इस संग्रहालय और सरकारी मुख्यालय से सुरक्षा बलों ने मंगलवार को आतंकियों को खदेड़ दिया था।