लखनऊ: किसको मिलेगी सत्ता और किसको जनता ने ठुकराया, कुछ ही घंटे मे चलेगा पता ! उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों के विधाानसभा चुनाव के नतीजों शनिवार को जनता के सामने आ जायेंगे। इसके बाद ही यह तय होगा कि यूपी सहित बाकी राज्यों में किसी की सरकार बनने वाली है। इन राज्यों में देश की दोनों प्रमुख राष्ट्रीय पार्टी भाजपा और कांग्रेस सहित कई क्षेत्रीय पार्टियों का भविष्य भी दांव पर है।
मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी
चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए बेहद पुख्ता और पारदर्शी इंतजाम किए हैं। उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर के सभी नतीजे एक साथ शनिवार को मिल जाएंगे। इन राज्यों में चार फरवरी से आठ मार्च के बीच कई चरणों में वोट डाले गए थे। अपना राजनीतिक भविष्य जानने के लिए सबसे लंबा इंतजार पंजाब और गोवा की जनता को करना पड़ा है। इन दोनों राज्यों में चार फरवरी को एक ही चरण में मतदान हो गया था। उत्तर प्रदेश की 403 सीटों के लिए 11 फरवरी से आठ मार्च के बीच सात चरणों में मतदान हुआ।
विभिन्न एजेंसियों की ओर से किए गए एक्जिट पोल में पंजाब को छोड़ सभी चार राज्यों में केसरिया लहर का अनुमान लगाया गया है। कई एजेंसियों ने उत्तर प्रदेश में भाजपा को बहुमत मिलने की उम्मीद जताई है जबकि एक ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को भी अच्छी स्थिति में बताया है। उत्तराखंड में अधिकतर एजेंसियों ने भाजपा को सत्ता में आता हुआ दिखाया है। वहीं कांग्रेस की भी उम्मीद बरकरार है। पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच बेहद कांटे की टक्कर है। गोवा में भाजपा को बढ़त दिख रही हैए जबकि मणिपुर में भाजपा व कांग्रेस के बीच टक्कर है।
11 बजे से मिलने लगेंगे रुझान
उत्तर प्रदेश में 75, पंजाब में 53, गोवा में दोए उत्तराखंड में 15 और मणिपुर में 12 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। सुबह आठ बजे सबसे पहले डाक से मिले मतपत्रों की गिनती की जाएगी। इसके आधे घंटे बाद ईवीएम से गिनती होगी। आधुनिक वोटिंग मशीन की वजह से नतीजों का रुझान 11 बजे से दिखाई देने लगेगा। दोपहर दो बजे तक अधिकांश नतीजे आ जाएंगे। देर शाम तक सभी नतीजे आ जाने की उम्मीद है।
इस बार एक नई व्यवस्था
कुछ सीटों पर प्रयोग के आधार पर वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल व्यवस्था की गई है। इसमें वोटिंग मशीन से एक पर्ची निकलती है, जिसमें वोट मिली पार्टी के निशान पर मुहर लगी होती है। इसे मतपेटी में बंद कर दिया गया था। जहां यह प्रक्रिया अपनाई गई थी उन सीटों पर मतदान मशीन की गिनती के बाद इन पर्चियों की भी गिनती की जाएगी।