भाग्य को बिगाड़ने में काफी है यह तीन चीजें, सचेत रहें

व्यक्ति के जीवन में ग्रहों की चाल का बेहद महत्व होता है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जीवन में घटने वाली सारी अच्छी और बुरी घटनाएं राशि चक्र पर आधारित होती है और हमारे ग्रहों को इसका जिम्मेदार ठहराया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं आपकी राशि और ग्रह ही नहीं बल्कि आपके घर में भी आपके भाग्य को बदलने के लिए काफी रहते हैं।

आपके कर्म अच्छे हो या बुरे सारी घटनाएं इसी पर आधारित रहती हैं। कहा जाता है कि व्यक्ति के कर्मों के अनुसार ही उसे फल की प्राप्ति होती है और इतना ही नहीं आपके कर्म से आपका भाग्य भी बदल सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मनुष्य के जीवन में कई ऐसी चीजें होती हैं जिनका संबंध सीधे भाग्य से होता है चलिए जानते हैं वह कौन सी तीन चीजें हैं, जिनसे आपका भाग्य बिगड़ सकता है।

संगत से बिगड़ता भाग
आपके भाग्य को संभालने और बिगाड़ने में आपकी संगति का अहम रोल होता है। अगर आपके संगति अच्छी है तो आप गुणवान हो जाते हैं और आपका भाग्य उदय हो जाता है वही अगर आप की संगति गलत व्यक्ति उसके साथ है तो आपका भाग्य बिगड़ सकता है और आप गर्क में जा सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति का भाग्य इस पर ही निर्भर नहीं करता बल्कि उसके जीवन पर भी निर्भर करता है अगर आपका जीवन साथी अच्छा है तो आपका भाग्य उदय होगा और अगर आपका जीवन साथी सहयोगी गलत विचारों का है और संगति का है तो आप का जीना दूभर हो जाएगा और आप दुर्गति को प्राप्त हो सकते हैं।

नकारात्मक सोच
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नकारात्मक सोच हाथ में लेकर जाती है और आपको हमेशा गंदे और कमजोर विचारों से यह देती है यही कारण है कि आपका भाग्य बिगड़ने लगता है। कहा जाता है कि जैसी सोच वैसी बरकत तो अपनी सोच अगर अच्छी होगी तो बरकत ऑटोमेटिक हुई थी। अगर आपके संगति नकारात्मक लोगों से है तो आपको नकारात्मक ऊर्जा मिलेगी जिससे सब कुछ ठीक होने के बजाय सब कुछ बिगड़ता चला जाएगा और आपको असफलता ही हाथ लगेगी इसीलिए कहा जाता है कि प्रकृति की सोच के साथ ही आप सोच सकारात्मक रखे जिससे कि आप बुलंदियों की चोटी छुए। अगर आप नकारात्मक ऊर्जा और विचारों को दूर करना चाहते हैं तो पन्ना या पुखराज धारण कर सकते हैं।

धोखा देना
अगर आपने किसी सात्विक व्यक्ति या मन के अच्छे व्यक्ति को धोखा दिया है तो आपका भाग्य बिगड़ सकता है क्योंकि विश्वास तोड़ना सबसे बड़ा पाप कहा जाता है और पाप कर्मों का फल भी वैसा ही होता है। व्यक्ति धोखा तब देता है जब उसकी कुंडली में राहु या बुध का प्रभाव ज्यादा होता है पर इस स्थिति में व्यक्ति अपना छोटा सा विश्वास पूरा करने के लिए किसी दूसरे को धोखा दे देता है। और ऐसा करने पर जब शनि बृहस्पति या शुक्र की दशा आती है तो जातक का बुरा समय शुरू हो जाता है जिससे उसका भाग्य बिगड़ने लगता है।
धोखे का प्रायश्चित करने के लिए जातक रोज गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें और पीपल या बरगद के पेड़ लगाएं यही नहीं शनिवार के दिन किसी गरीब या भूखे व्यक्ति को भोजन कराएं जिससे कि उसके बुरे ग्रह कल जाएंगे और भाग्य उदय होगा।

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