भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार को यहां राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भोपाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लडऩे की घोषणा की। कमलनाथ ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति ने तय कर लिया है कि दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव लड़ेंगे।
इस नाम की मैं घोषणा कर सकता हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह को इंदौर, जबलपुर अथवा भोपाल से चुनाव लडऩे के लिए कहा गया था। अंत में तय हुआ है कि दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव लड़ेंगे। कमलनाथ ने पिछले दिनों कहा था कि दिग्विजय सिंह को कठिन सीट से चुनाव लडऩा चाहिए लिहाजा कमलनाथ द्वारा कही गई बात पर केंद्रीय चुनाव समिति ने भी मुहर लगा दी है।
भोपाल वह संसदीय क्षेत्र है जहां लंबे अरसे से कांग्रेस को जीत नहीं मिली है। कमलनाथ से जब पूछा गया कि भोपाल से चुनाव लड़ाए जाने के फैसले से दिग्विजय सिंह खुश हैं या नहीं। कमलनाथ ने कहा यह तो उन्हीं से पूछिएए,मगर मैं तो खुश हूं। दिग्विजय ने राज्य विधानसभा का अंतिम चुनाव 2003 में लड़ा था। उस चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद उन्होंने 10 साल तक कोई चुनाव न लडऩे का ऐलान किया था। इसी के चलते उन्होंने अब तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है। दिग्विजय वर्तमान में राज्यसभा सदस्य हैं।
कांग्रेस की डेढ़ दशक बाद राज्य में सत्ता वापसी हुई है और अब दिग्विजय सिंह भी चुनाव लडऩे को तैयार हैं। भोपाल संसदीय क्षेत्र के अब तक के चुनाव परिणामों पर नजर डालने पर पता चलता है कि यह सीट भाजपा का गढ़ बन चुकी है। भोपाल में वर्ष 1989 के बाद से हुए सभी आठ चुनावों में भाजपा उम्मीदवारों को जीत मिली है। इस सीट पर लंबे समय से बीजेपी का कब्जा रहा है। ऐसे में वह इस सीट को कांग्रेस के पास नहीं जाने देगी। लेकिन उसे ये भी ध्यान रखना होगा कि सामने दिग्विजय सिंह हैं ऐसे में उसे भी अपना हेवीवेट उम्मीदवार ही मैदान में उतारना होगा।