राजधानी दिल्ली में जब एक पुलिसवाले ने नशे में धुत रईसजादे को कानून तोड़ने से रोका तो उसने पुलिसवाले की ही पिटाई कर दी. अपने लाडले को रोकने के बजाय परिजन खुद उस पुलिसवाले को ही झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने लगे. पुलिस ने आरोपी रईसजादे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.पुलिस के मुताबिक, 14 अप्रैल की रात कैलाश कॉलोनी में रहने वाला नशे में धुत एक रईसजादा कनॉट प्लेस स्थित संग्रीला होटल के क्लब में गया था. क्लब बंद हो चुका था. युवक ने वहां के स्टाफ से क्लब खोलने को कहा. जब गार्ड और बाउंसरों ने क्लब खोलने से मना किया तो वह उन्हें अपने रसूख का बखान करते हुए उनके साथ बदतमीजी करने लगा.बाउंसरों ने उसकी पिटाई कर दी और उसे वहां से भगा दिया. बाहर आते ही उसने गुस्से में अपने ड्राइवर के प्राइवेट पार्ट पर इतनी जोर से लात मारी कि वो बेहोश हो गया. किसी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. कनॉट प्लेस पुलिस ने ड्राइवर को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया. रईसजादे के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए.जिसके बाद रईसजादा मामले की जांच कर रहे सब-इंस्पेक्टर से उलझ पड़ा और उन्हें भला-बुरा कहने लगा. सब-इंस्पेक्टर ने जब इसका विरोध किया तो रईसजादा मारपीट पर उतर आया. उसने जांच अधिकारी का फोन छीनकर तोड़ दिया. सब-इंस्पेक्टर ने जब युवक के खिलाफ कार्रवाई की बात कही तो उसके परिजनों ने उल्टा उसे ही झूठे मामले में फंसाने की धमकी दे डाली. पुलिस ने आरोपी युवक के खिलाफ धारा 353 और 186 के तहत केस दर्ज कर लिया है.