4 मई 17….कल श्रीगुरूजी ने आश्रम में पाकिस्तान का झंडा जलाया, हम सभी उनके साथ थे, आश्रम परिवार के एक-दो लोगों ने भी पाकिस्तान का झंडा बनाकर, उसे जलाया और उसकी videoes भेंजी। यह देख मेरा ही नहीं श्रीगुरुजी का भी मन खुशी से भर गया।
मुझे लगा यही क्रांति तो श्रीगुरूजी चाहते थे, कम से कम एक बच्ची ने इसकी शुरुआत तो करी…. पर एक पीड़ा भी छलक आई ….कुछ श्रीगुरूजी को गुरु रूप में मानते होंगे,.…. क्योंकि वह university में पढ़ाते भी हैं तो कुछ उनके students होंगे, कुछ उनके fans होंगे, कुछ followers होंगे, कुछ उन्हें मित्र, तो कुछ उन्हें बड़ा भाई भी मानते होंगे,….चलिए कुछ नहीं भी मानते होंगे ,तो 9-10 साल से जो उन्हें T. V. पर देख रहे है और श्रीगुरुजी की बताई हुई किसी छोटी सी बात से भी उन्हें फायदा हुआ हो या प्रेरणा मिली हो या कुछ भी …उन्होंने भी पाकिस्तान के खिलाफ कहीं कोई आक्रोश नहीं दिखाया….
श्रीगुरुजी ने पाकिस्तान का झंडा जलाने से पहले अपने video में कहा था (अगर आपने देखने का समय निकाला हो तो ) कि हर कोई एक पाकिस्तानी झंडा paint करे और उसे जलाए, social media पर उसकी photos डाले तो एक public opinion form होगी और देश के जवानों को ये पता चलेगा कि हम उनके साथ हैं। पर अफसोस.. किसी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की। जो श्रीगुरुजी से किसी भी रूप में जुड़े हैं, उनसे अपनी मन की बात कह रही हूँ ….आप से ही आपकी शिकायत कर रही हूं ….