
बनारस में सपा नेता ने सत्ता की हनक से सरकारी आवास हथियाए
डा. कुरैशी ने कहा कि यूपी, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की घोषणा होते ही उन जगहों पर पुलिस और प्रशासन की शांतिपूर्ण चुनाव कराने की चुनौती भी शुरू हो गई है। चुनाव की घोषित तारीखों और चरणों के बीच काफी कम समय रखा गया है। इससे चुनौती ज्यादा बढ़ जाती है।
यहां राजीव गांधी एजुकेशन सिटी राई में बातचीत के दौरान डा. एसवाई कुरैशी ने कहा कि चुनाव का शेड्यूल काफी अच्छा है। शेड्यूल पर कोई पार्टी आपत्ति भी नहीं कर सकती, क्योंकि उनको इसका अधिकार नहीं है। इस पर आपत्ति वैसे भी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि सभी पार्टियों को पहले ही पता था कि चुनाव जल्द होने हैं।
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डा. कुरैशी ने कहा कि यूपी में सात चरणों में चुनाव होने हैं और सभी चरणों में काफी कम अंतर है। इससे फोर्स को नई जगह चुनाव कराने जाने में कुछ परेशानी हो सकती है। इसलिए यह ध्यान रखना होगा कि कानून व्यवस्था किसी भी तरह से ढीली ना पड़े।
तो फ्रीज होगी समाजवादी साइकिल
डा. एसवाई कुरैशी ने सपा में चुनाव चिह्न की लड़ाई पर कहा कि यदि ऐसा ही चलता रहा तो सपा के चुनाव चिह्न साइकिल को फ्रीज किया जाएगा। इसके बाद दोनों को अलग-अलग चुनाव चिह्न दिए जाएंगे। उनके बीच विवाद खत्म हो जाता है तो चुनाव चिह्न पर आयोग को फैसला लेना है, क्योंकि यह मामला चुनाव आयोग में पहुंच चुका है।
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