अगर आप पौधों की शौक़ीन हैं, तो हरा -भरा गार्डन आप सभी को पसंद होगा. आमतौर पर पौधों के शौक़ीन लोग बाहर से पौधे लाकर अपने घरों में गार्डन या गमलों में लगाते हैं. हरियाली न सिर्फ देखने में अच्छी लगती है बल्कि इससे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत से लाभ हैं. पौधे भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन छोड़ते हैं और शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं. लेकिन कई बार पौधों की उचित देखभाल करने के बावजूद उनकी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और उनकी जड़ें सूखने लगती हैं, जिसका एक मुख्य कारण पौधों में लगने वाले कीड़े हैं.
कई बार पूरी जानकारी न होने की वजह से लोग पौधों की देखभाल सही तरीके से करते हैं, लेकिन पौधों में होने वाले कीड़े न सिर्फ पौधों बल्कि गार्डन या गमले की मिट्टी को भी नुकसान पहुंचाते हैं. आइए कुछ ऐसे तरीकों के बारे में जानें जिनसे पौधों को कीड़े लगने से बचाया जा सकता है और गार्डन को खूबसूरत बनाया जा सकता है.
दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल
यदि आपके गार्डन या गमले में छोटे पौधे हैं और उसमें कीड़े लग रहे हैं, तो उनमें दालचीनी का पाउडर छिड़कें. छोटे पौधों पर दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल उन्हें कीड़ों से बचाने के साथ उनके विकास में भी मदद करता है. दालचीनी में कई तरह की एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल प्रॉपर्टीज़ होती हैं जो छोटे और नए पौधों को कीड़ों और बीमारियों से बचाते हैं. इस्सके इस्तेमाल से पौधों की मिट्टी भी कीट मुक्त होती है.
अंडे के छिलके
मिट्टी में नमी की वजह से कई बार गमले या पौधों में छोटे आकार के घोंघे या रेंगने वाले कीड़े हो जाते हैं, जो पौधों को पूरी तरह से नष्ट कर देते हैं.. यदि आपके गार्डन में भी ऐसे कीड़े मौजूद हैं तो इसमें अंडे के छिलके का चूरा डालें. इसके लिए आप अंडे के छिलकों को अच्छी तरह से साफ़ करके उसका चूरा तैयार करें और मिट्टी में मिला दें. इससे गार्डन के रेंगने वाले कीड़े या घोंघे दूर रहते हैं.
हल्दी का इस्तेमाल
अगर आपके पौधों में या मिट्टी में कीड़े लग जाएं तब हल्दी का पाउडर मिट्टी में मिला देने से यह कीटनाशक की तरह काम करती है और कीड़े ख़त्म हो जाते हैं. इसके लिए यदि आप 10 किलो मिट्टी ले रही हैं तो उसमें 20 ग्राम हल्दी मिलाएं. फिर उस मिट्टी को सारे पौधों में मिला लें. पौधों की पत्तियों और जड़ों में हल्दी पानी का छिड़काव भी कीटनाशक की तरह काम करता है.
बेकिंग सोडा का इस्तेमाल
अगर आपके पौधों और फूलों पर सफेद कीड़े लग रहे हैं, जो मोम की तरह नज़र आते हैं, इन कीड़ों को मिली बग कहा जाता है. खासतौर पर गमले मे लगे गुड़हल , गुलदाऊदी , गुलाब आदि पर मिलीबग लगने की संभावना ज्यादा होती है. इनसे छुटकारा पाने के लिए एक लीटर पानी में एक चुटकी बेकिंग सोडा, 1 चम्मच शैम्पू और 2-3 बूंदें नीम के तेल की मिलाकर अपने पौधों पर छिड़कें. कुछ ही दिनों में आपकी समस्या दूर हो जाएगी. कुछ सब्जियों जैसे टमाटर , बैंगन, सेम , भिंडी आदि पर भी ये जल्दी लगते है. जैसे ही किसी पौधे पर एक-दो कीड़े दिखाई दें तो तुरंत इस स्प्रे का इस्तेमाल करें.
नीम की पत्तियों का पानी
अपने पौधों और पौधों की मिट्टी को कीड़ों, चीटियों और दूसरे बग्स से बचाए रखने के लिए हफ्ते में एक बार इनमें नीम की पत्तियों को उबाल कर ठंडा किया हुआ पानी डालें. इसके लिए कम से कम 250 ग्राम नीम की पत्तियां 3 लीटर पानी में खौला लें और उन्हें ठंडा करके स्प्रे तैयार करें. इसका इस्तेमाल नियमित रूप से पौधों पर करने से कीटों से मुक्ति मिलती है.
तो आज ही अपने होम गार्डन में जाकर देखें और अपने प्यार से लगाए हुए पौधों की कीटाणुओं से रक्षा करें.
By- कविता सक्सेना श्रीवास्तव