आज हम आपको ऐसे कुछ चुनिंदा क्रिकेटर्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका कप्तानी का सपना पूरा तो हुआ लेकिन सिर्फ एक ही मैच के लिए। बता दें कि इन 5 खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों में सिर्फ एक बार ही कप्तानी कर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया है। इस लिस्ट में भारत के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी शामिल है। तो चलिए जानते हैं कि इस लिस्ट में वीरेंद्र सहवाग सहित और कौन-कौन से खिलाड़ियों का नाम शामिल है।
1. वीरेंद्र सहवाग
बता दें कि भारतीय टीम ने अपना सबसे पहला अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच साल 2006 में खेला था। ये मैच भारत ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले की खास बात ये रही कि इसमें भारत की ओर से सिर्फ इसी मैच के लिए सहवाग को स्पेशली कप्तान बनाया गया था। वहीं राहुल द्रविड़ को बाकी के दो प्रारुपों का कैप्टन चुना गया था। भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ये मैच जीत लिया था। भारत ने 127 रनों का लक्ष्य 1 बाॅल रहते ही पूरा कर लिया था। सहवाग ने इस मुकाबले में 34 रन बनाए थे।
2. इंजमाम उल हक
इंजमाम उल हक इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आते हैं। ये पाकिस्तान के सफल बल्लेबाजों व कप्तानों में भी शुमार रहे हैं। साल 2006 में पाकिस्तान की ओर से वनडे व टेस्ट मैचों के कप्तान थे। वहीं उन्होंने पहली बार देश के लिए पहले अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच में कप्तानी की थी। ये मैच ब्रिस्टल में पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। इस मुकाबले में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को मैच में हरा कर जीत हासिल की थी।
3. शॉन पोलक
बता दें कि शॉन पोलक ने साल 2005 में अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों से साउथ अफ्रीका की टीम में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने पूरे करियर में मात्र 12 टी20 मैच ही खेले थे। इस दौरान उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच में कप्तानी भी की थी। साल 2007 में हुए एक टी20 मैच में कप्तान स्मिथ की गैरमौजूदगी में उन्हें ये मौका मिला था। बता दें कि वेस्टइंडीज के खिलाफ उनकी कप्तानी वाले मैच में साउथ अफ्रीका को हार का सामना करना पड़ा था।
4. शेन वाॅटसन
आस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर वॉटसन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे सफल ऑलराउंडर रहे हैं। शेन वाटसन ने आक्रामक बल्लेबाजी और तेज गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। साल 2016 में नियमित कप्तान आरोन फिंच के चोटिल होने पर उन्हें टीम की कप्तानी का मौका मिला था। 2016 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज के तीसरे मैच में उन्होंने कप्तानी की थी। उनकी कप्तानी वाले मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा था। हालांकि मैच में वाॅटसन ने काफी बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने महज 71 गेंदों पर 124 रन बना डाले थे।
5. एलिस्टेयर कुक
एलिस्टर कुक का करियर टेस्ट मैचों में सफल रहा है। हालांकि सीमित ओवरों के मैचों में उन्हें कुछ खास सफलता नहीं मिली थी। उन्होंने इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाए हैं। उन्होंने सीमित ओवरों में 96 मैच खेले थे। वहीं कुक ने अपने करियर में मात्र 4 टी20 मैच ही खेले हैं। साल 2009 में उन्होंने पहली व आखिरी बार कप्तानी की थी। उस वक्त टीम के नियमित कप्तान कॉलिंगवुड नहीं खेल रहे थे जिस वजह से कुक को कप्तानी करने का मौका मिला था। इनकी कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ इस मैच में टीम को हार का सामना करना पड़ा था।
ऋषभ वर्मा