बढ़ते दूरसंचार क्रांति में अब जमाना 5जी का है। हालांकि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6जी के भी जल्दी आने की बात कहने के बाद अब 5जी भी लोगों को छोटा लग रहा है, लेकिन सच यह है कि आने वाले दिनों में लोगों को 5जी का पूरा आनंद मिलेगा। टेलीकाम कंपनियां 5जी का जबरदस्त तरीके से परीक्षण कर रही हैं और सरकार ने भी स्पैक्ट्रम नीलामी की तैयारी कर ली है। इस बीच खबर मिली है कि भारत के केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 5जी की टेस्टिंग फोन मिलाकर की है। क्या है यह खबर, आइए जानते हैं।
आईआईटी मद्रास में की वीडियो कॉल
केंद्रीय मंत्री अनिल वैष्णव रेलवे के साथ दूरसंचार और आईटी मंत्री भी हैं। वह दोनों मंत्रालय को संभाल रहे हैं। उन्होंने कू ऐप पर यह जानकारी साझा की है। उन्होंने उसपर एक वीडियो पोस्ट की और बताया कि आईआईटी मद्रास में 5जी कॉल का अच्छी तरह से सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया गया है। जितना भी नेटवर्क है वह पूरा एंड टू एंड भारत में ही विकसित किया गया है और डिजाइन किया गया है। बता दें कि भारत में ही 5जी की टेस्टिंग के लिए कई कंपनियां आगे आई थीं।
भारत कर रहा है तेजी
दुनिया में इस समय अमेरिका और यूरोप के अलावा चीन में भी 5जी की टेस्टिंग चल रही है। चीन ने अपनी कंपनी को काफी तेजी से विकसित किया है, जिससे उसकी टेस्टिंग भी अंतिम समय में चल रही है। बताया जा रहा था कि चीन सबसे पहले 5जी नेटवर्क लाने वाला देश होगा। वैसे भारत में जो नेटवर्क डिजाइन किया गया है वह पूरी तरह से भारत का अपना है। मंत्री ने यह भी बताया कि सितंबर और अक्तूबर में भारत का 5जी ढांचा तैयार होगा। क्योंकि सफल परीक्षण हो चुका है तो इसमें और तेजी आएगी। यह परियोजना करीब 220 करोड़ रुपए की है। इस लागत से यह काम तेजी से हो रहा है।
GB Singh