नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद से देश में आर्थिक मंदी जैसे हालात पैदा हो गए हैं। लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। केंद्र सरकार की ओर से जनता को जल्द से जल्द राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। और अब नोटबंदी के फायदे भी नजर आने लगे हैं। नोटबंदी के फैसले का असर नक्सलियों पर खूब पड़ा है। पिछले 28 दिनों में लगभग 600 नक्सलियों और उनके समर्थकों ने सरेंडर किया है। यह अबतक किसी एक महीने में सरेंडर किए नक्सलियों की सबसे बड़ी संख्या है।
हालांकि इसमें सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस की नियमित कार्रवाई की अहम भूमिका है। फिर भी छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश जैसे नक्सल प्रभावित राज्यों में हुए सरेंडर पर नोटबंदी का असर भी माना जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक सरेंडर करने वाले 600 नक्सलियों और उनके समर्थकों में से 469 तो केवल आठ नवंबर के बाद हुए हैं।