लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुगलसराय रेलवे स्टेशन से दो संदिग्ध लोगों को डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस डीआरआई ने पकड़ा। दोनों की बेल्ट से चार किलो सोना बरामद किया गया। बरामद किये गये सोने की कीमत एक करोड़ से अधिक बतायी जा रही है।
वरिष्ठ सूचना अधिकारी आनंद राय को सूचना मिली थी कि कई किलो सोना लेकर तस्कर मुगलसराय स्टेशन पर आने वाले हैं। इस पर टीम के साथ घेराबंदी की गई। सटीक सूचना पर पहाडग़ंज नई दिल्ली निवासी दिपेश खंडेलवाल और उन्नाव निवासी रविशंकर को पकड़कर चेक किया गया तो सोना बरामद हुआ। दोनों ने बताया कि वो सिर्फ कैरियर हैं। इस खेल के असली खिलाड़ी दिल्ली और कोलकाता में बैठे बड़े व्यापारी हैं।
राजधानी, दूरंतो समेत सुपरफास्ट ट्रेनों से वह चलते हैं लेकिन रास्ते में कहीं भी उतर जाते हैं। इसके बाद दूूसरी ट्रेन या एसी बस से सफर करते हैं। शुक्रवार को वह राजधानी एक्सप्रेस से आए थे। टिकट कानपुर तक का था लेकिन मुगलसराय में ही उतर गए। डीआरआई को शुरुआती जांच में दिल्ली व कोलकाता के बुलियन व्यापारियों की गठजोड़ का पता चला है।
हर माह यह करोड़ों का सोना मंगाते थे। बांग्लादेश में सोना मंगाने के बाद वहां से सीमा पार कर पश्चिम बंगाल के रास्ते देश के विभिन्न शहरों को भेजा जाता है। सूत्रों के अनुसार गिरोह को पश्चिम बंगाल के कई राजनेताओं व सफेदपोशों का संरक्षण प्राप्त है। गिरोह से जुड़े दूसरे तस्करों, कैरियरों और व्यापारियों की तलाश में छापेमारी का सिलसिला जारी है।