लखनऊ : प्रदेश की कानून-व्यवस्था को तारतार करने वाली बलिया की घटना ने पुलिसिंग पर सवालिया निशान खड़े कर दिये हैं। जहां एक तरफ यह बात निकल कर सामने आ रही है कि स्कूल जा रही 12 वीं की छात्रा रागिनी की हत्या छेडख़ानी का विरोध करने पर हुई थी।
वहीं अब इस मामले में पुलिस अपना दामन बचाने के लिए इस सनसनीखेज वारदात को प्रेम-प्रसंग से जोड़ रही है। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया है। छात्रा के परिवार वालों का आरोपी है कि ग्राम प्रधान के बेटे छात्रा को कई दिनों से परेशान कर रहे थे। फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस अब लीपा-पोती करने की मुद्रा में नज़र आ रही है।
बलिया के बजहां गांव के जितेंद्र दुबे की 17 वर्ष की बेटी रागिनी दुबे सलेमपुर के एक प्राइवेट स्कूल में 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। मंगलवार की सुबह रागिनी छोटी बहन सिया के साथ स्कूल के लिए निकली थी। सिया धरहरा के निजी स्कूल में सातवीं में पढ़ रही है। सुबह लगभग 7.10 पर घर से निकलकर दोनों मुख्य सड़क पर पहुँची थीं।
उसी समय बाइक से पहुंचे कुछ युवक रागिनी से छेडख़ानी करने लगे। रागिनी ने जब आरोपियों की इस हरकत का विरोध किया तो आरोपियों ने पहले रागिनी को साइकिल से धक्का देकर नीचे गिरा दिया और फिर उस पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर उसको मौत के घाट उतार दिया। इस पूरे मामले में छात्रा के परिवार वालों ने ग्राम प्रधान व उसके बेटों के खिलाफ छेडख़ानी सहित हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी।
देर रात को ही पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गोरखपुर जनपद से धर-दबोचा। पर बलिया पुलिस छेडख़ानी के विरोध में हुई इस घटना में प्रेम-प्रसंग से जोड़ रही है। ऐसा पुलिस सिर्फ इसलिए कर रही है ताकि उसका दामन बच रहे और उससे कोई सवाल-जवाब न हो सके।