लखनऊ: रायबरेली जनपद में तैनात सिंचाई विभाग के इंजीनियर जर्नादन सिंह की हत्या करने की फिराक में लगे एक शूटर को गोमतीनगर पुलिस ने बीती रात धर-दबोचा। पुलिस ने उसके पास से एक तमंचा, एक नकली पिस्टल और चोरी की एक एक्टिवा गाड़ी बरामद की है। इस मामले में दो बदमाश अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में लगी है। पकड़े गये बदमाश का कहना है कि रंगदारी और अपना दबदबा बनाने के लिए वह इंजीनियर की हत्या करने जा रहा था।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि बीती रात गोमतीनगर पुलिस ने मुखबिरी की सूचना पर हुसैडिय़ा चौराहे शहीद पथ के पास एक एक्टिवा सवार संंदिग्ध युवक को पकड़ा। पुलिस ने जब उससे एक्टिवा गाड़ी के पेपर मांगे तो वह एक भी पेपर नहीं दिखा सका। शक होने पर पुलिस ने जब उसकी तलाशी ली तो उसके पास से एक तमंचा और एक खिलौने वाली पिस्टल मिली। पूछताछ की गयी तो आरोपी ने बताया कि उक्त एक्टिवा गाड़ी चोरी की है।
उसने अपना नाम सुलतानपुर जनपद निवासी अजय दूबे उर्फ जिगर दूबे बताया। इसके बाद जब पुलिस ने आरोपी से गहनता से पूछताछ की तो चौकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी ने बताया कि वह पीजीआई के अंसल सिटी इलाके में रहने वाले सिंचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता जर्नादन सिंह की हत्या करने की फिराक में लगा था। इंजीनियर की हत्या का काम सुलतानपुर जनपद के रहने वाले बदमाश रिशू सिंह ने दिया था।
आरोपी ने बताया कि कुछ दिन पहले रिशू के एक साथी ने उसको इंजीनियर जर्नादन सिंह की पहचान कराने के साथ ही उसकी पूरी रेकी भी करायी थी। रिशू सिंह ने इंजीनियर की हत्या के लिए उसको तमंचा भी दिलाया था। आरोपी अजय का कहना है कि वह अपने पास मौजूद नकली पिस्टल से लूट की वारदात को अंजाम देता था। आरोपी के खिलाफ रायबरेली जनपद में रंगदारी मांगने और धमकाने की दो रिपोर्ट पहले से दर्ज हैं।
इसलिए करनी थी इंजीनियर की हत्या
इस पूरे मामले में एसपी नार्थ अनुराग वत्स ने बताया कि अभी तक की गयी छानबीन में इस बात का पता चला है कि रायबरेली जनपद में तैनात इंजीनियर जर्नादन सिंह की हत्या रिशू सिंह रंगदारी और अपना दबदबा कायम करने के लिए करना चाह रहा था। ऐसा मान जा रहा है कि इंजीनियर जर्नादन सिंह की हत्या करके बाद आरोपी रिशू सिंह और उसका गैंग टेण्डर से लेकर इंजीनियरों से रंगादारी हासिल करना चाह रहा था। अब पुलिस का कहना है कि रिशू सिंह के पकड़े जाने के बाद गैंग के और लोगों का पता चल सकेगा।