लखनऊ: सीएम योगी के इलाके गोरखपुर के बीआरडी कालेज में आक्सीजन की कमी से हुई मासूमों की मौत पर प्रदेश सरकार ने कड़ा रूख आपनाते हुए प्रधानाचार्य डाक्टर राजीव मिश्र को निलम्बित कर दिया है।

उनपर आरोप है कि रुपये होने के बावजूद भी आक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी को भुगतान नहीं किया गया। वहीं इस बीच प्रधानाचार्य का कहना है कि उन्होंने अपने निलम्बन से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। डाक्टर राजीव मिश्र के निलम्बर की जानकारी केबिनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ने दी है। उनके निलंबन की घोषणा चिकित्सा शिक्षा राज्यमंत्री आशुतोष टंडन ने की। उन्होंने कहा कि पैसा होने के बावजूद प्रधानपाचार्य ने समय से भुगतान नहीं किया।
चर्चा ऐसी भी है कि बीआरडी कालेज में हुई इस घटना को लेकर पीएम मोदी ने भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की। आपको बताते चलें कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में बीते दो दिनों के अंदर आक्सीजन की सप्लाई ठप होने से 30 से अधिक मरीजों की मौत हो गयी थी। आक्सीजन सप्लाई करने वाली कम्पनी ने भुगगान न होने पर आक्सीजन की सप्लाई ठप कर दी थी।
मीडिया में इस खबर के चलने के बाद शासन व प्रशासन के हाथ-पैर फूल गये थे। शुक्रवार की रात शासन की तरफ से इस बात को बताया गया था कि मरीजों की मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई थी। वहीं दूसरी तरह इस दर्दनाक घटना के बाद अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों ने विरोध करना शुरू कर दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लेकर बसपा सुप्रीमा मायवाती ने इस घटना की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की बतायी। वहीं कांग्रेस पार्टी का एक दल शनिवार को बीआरडी कालेज भी पहुंच और इस संबंध में छानबीन की।
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