लखनऊ: यूपी के गोरखपुर जनपद के बीआरडी कालेज में हुई मासूमों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने घटना का संज्ञान लेने से सोमवार को इनकार कर दिया है। कोर्ट के समक्ष यह मुद्दा उठाने वाले वकील से प्रधान न्यायाधीश जेएस खेहर और न्यायमृ्र्ति डीवाई चंद्रचूड़ की पीठ ने कहा कि वह इस बाबत इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा।
वकील ने गोरखपुर के बाबा रावदास मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बच्चों की मौत की एसआईटी जांच करवाने की मांग की थी। कोर्ट ने कहा कि अधिकारी स्थिति और शिकायतों को देख रहे हैं फिर भी अगर कोई बात है तो उसे संबद्ध हाईकोर्ट के समक्ष उठाया जा सकता है। इस मामले में राज्य सरकार ने 12 अगस्त को सीफ सेक्रेटरी को जांच का आदेश दिया था।
वहीं मेडिकल कालेज अस्पताल के प्राचार्य राजीव मिश्रा को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा बीआरडी मेडिकल कालेज में हुई दर्दनाक घटना के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्रर अखिलेश यादव गोरखपुर पहुंचे। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ कहा कि मेडिकल कालेज के मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
अखिलेश यादव आज खोराबार थाना क्षेत्र के बेलवार गांव में मेडिकल कालेज त्रासदी के शिकार किशुन गुप्ता के घर आए हुए थे। किशुन गुप्ता की बेटी की भी 10 अगस्त की रात मेडिकल कालेज में मौत हुई थी। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ ने अगर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ी है तो उन्हें कमियों की जानकारी होगी।