लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ में स्वतंत्रता दिवस के दिन दोपहर को चिनहट इलाके में एक कॉल सेंटर में संदिग्ध आतंकियों के छुपे होने की सूचना ने सनसनी फैल गयी। देखते ही देखते एटीएस, एसटीएफ सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। छानबीन की गयी तो आंतकियों के मौजूद होने की सूचना फर्जी निकली।
एसओ चिनहट अंजनी कुमार पाण्डेय ने बताया कि आज दोपहर पुलिस कंट्रोल रूम को इस बात की सूचना मिली कि कमता स्थित हाईकोर्ट के पास बने एक कॉल सेंटर की बिल्डिंग में कुछ असलहाधारी संदिग्ध मौजूद है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इस सूचना ने पुलिस विभाग के होश उड़ा दिये। आनन-फानन में भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और पूरी बिल्डिंग को घेर लिया गया।
इसके बाद एटीएस, एसटीएफ, क्राइम ब्रांच, सर्विलांस सेल, एसएसपी, डीआईजी, एडीजी सहित अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये। अचानक इतनी संख्या में पुलिस बल को देख वहां लोगों की भीड़ जाम हो गये। इसके बाद पुलिस ने जब छानबीन शुरू की तो धीरे-धीरे सूचना फर्जी निकलती गयी। पुलिस ने अब कॉल सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरे को अपने कब्जे में ले लिया है और उसकी फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस ने बिल्ल्ंिग की तलाशी के साथ ही डाग स्क्वायड की मदद से भी तलाशी करायी। इस पर लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार का कहना है कि कुछ इनपुट मिले थे जिनके आधार पर जांच की गई है। पुलसि को तलाशी में 1 रायफल, 2 डबल बैरल बंदूकेंए, 8 रायफल कारतूस और 6 डबल बैरक कारतूस मिले हैं। जिस मकान में कॉल सेंटर चल रहा है, वह मकान राकेश श्रीवास्तव का है।