लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढग़्रस्त इलाकों का हेलीकॉप्टर से जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने प्रभावित जिलों के डीएम से संबंधित रिपोर्ट भी तलब की। साथ ही उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया किया कि इस मामले में कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

सीएम योगी ने आज आज महराजगंज, बलरामपुर, कुशीनगर, गोरखपुर व सिद्धार्थनगर के डीएम से बाढ़ की ताजा स्थिति की जानकारी ली। जिलाधिकारियों संग बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि राहत शिविरों एवं बाढ़ प्रभावित बसावटों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
इसके अलावा उन्होंने जिलाधिकारियों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सघन स्थलीय निरीक्षण कर राहत व बचाव कार्य तेज कराने के लिए भी आदेश दिया है। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि बाढ़ राहत में लापरवाही पर संबंधित कार्मिकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रदेश के सभी बाढग़्रस्त जिलों की बाढ़ चौकियों में डॉक्टरों की तैनाती के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने ऐसे सभी इलाकों में एंटी स्नेक वेनम और क्लोरीन टेबलेट की उपलब्धता बनाए रखने को भी कहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सालाना करीब 600 करोड़ रुपये के बजट में से 250 करोड़ रुपये सीएमओ व सीएमएस को भेजे जा चुके हैं। साथ ही 400 दवाओं का रेट कॉन्ट्रैक्ट कर अपलोड किया जा चुका हैए जिससे दवा खरीदने में दिक्कत ना हो।
उन्होंने डॉक्टरों को चेतावनी दी कि इन जिलों में इंस्पेक्शन के दौरान यदि दवाएं कम मिली तो उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इन मामलों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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