लखनऊ: यूपी के मुजफ्फरनगर में हुए ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या दस के पास पहुंच गयी है। वहीं घायलों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है। दुर्घटना के वक्तत ट्रेन 105 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी और इसी को हादसे की वजह माना जा रहा है।
एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार के निर्देश पर यूपी एटीएस टीम को डीएसपी अनूप सिंह के नेतृत्व में रेल दुर्घटना स्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। यह टीम हादसे में आतंकवादी गतिविधि संबधी जांच करेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेल हादसे पर गहरा दु:ख प्रकट किया और घायल यात्रियों का समुचित इलाज कराए जाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने पीडि़तों को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा घटनास्थल के लिए निकल पड़े हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हादसा पाडि़तों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। रेलवे सूत्रों के मुताबिक इंजन के बाद तीसरा डिब्बे डिरेल हुआ और उसके बाद आठ डिब्बे और पटरी से उतर गए।
कई डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए और एक डिब्बा पटरी के पास बने मकान में जा घुसा। हादसे में 10 लोगों की मौत की सूचना है। करीब 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए। डिब्बों में यात्री फंसे हुए हैं। मौके पर आसपास के थानों का पुलिस फोर्स व रेलवे पुलिस यात्रियों को डिब्बे से निकालने की कड़ी मश्क्कत कर रही है।
मौके पर कोहराम मचा हुआ है। मुजफ्फरनगर जिला अस्पताल की इमरजेंसी खाली करा ली गई। ट्रेन को करीब नौ बजे हरिद्वार पहुंचना था। हादसे से दिल्ली-देहरादून रेल मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया है। हादसे के कारणों का फिलहाल पता नहीं हो पाया है। मुजफ्फरनगर और मेरठ से भी रेलवे की टीमें राहत कार्य के लिए निकल चुकी हैं।
एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंचने की सूचना है। यूपी एटीएस की टीम भी मौके लिए रवाना हो गई है। शनिवार की शाम मुजफ्फरनगर जनपद में कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन खतौली के पास दुघार्टनाग्रस्त हो गयी थी।