जस दसवीं की छात्रा बनी गयी थानेदार, जानिए तब क्या हुआ!

इलाहाबाद: इलाहाबाद की रहने वाली सौम्या ने शायद कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह इतनी जल्द थानेदार बन जायेगी, पर उसका यह सपना एक दिन के लिए ही सही पूरा हुआ। दसवीं कक्षा की छात्रा सौम्या दूबे एक दिन के लिये थानेदार बनाया गया, उसे सिविल लाइन्स थाने का प्रभार सौपा गया। इस दौरान उसने दो वाहनों के चालाभ भी काटे और 200 रुपया जुर्माना वसूला। एक दिन के लिए थानेदार बनीं सौ या को बकायदा पुलिस की जीप में बिठाकर उनके घर से सिविल लाइन्स थाने लाया गया जहां पुलिस कर्मियों ने उन्हें सलामी दी और इसके बाद एक-एक करके अपना परिचय दिया।


बताया जा रहा है कि इलाहाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी की पहल पर पुलिस लाइन में गत छह अगस्त को एक निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई थी जिसका विषय था पुलिस रहित समाज। इस प्रतियोगिता में सौम्या ने प्रथम स्थान हासिल किया और पुरस्कार के रूप में जिसे के कप्तान ने रविवार को उसे एक दिन का थानेदार बनाया।

थानेदार की कुर्सी पर बैठी सौम्या ने कहा कि मुझे गर्व महसूस हो रहा है, आईपीएस बनने का मेरा सपना है और आज के बाद मैं और मेहनत एवं लगन से सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी करूंगी। यहां मुझे पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में सीखने का मौका मिल और यह जानने का प्रयास कर रही हूं कि पुलिस किन परिस्थितियों में काम करती है। अपर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि हमने Þकमयुनिटी पुलिसिंग को ध्यान में रखकर यह पहल की है।

सौम्या को किसी तरह के अधिकार नहीं दिया गए हैं, लेकिन वह आज थानेदार की भूमिका में पुलिस की कार्यप्रणाली के बारे में काफी कुछ सीख सकेगी। जैसे एफआईआर कैसे दर्ज किए जाते हैं, पीसीआर कैसे काम करता है, 1090 नंबर कैसे काम करता है। हमने निबंध प्रतियोगिता में भाग लेने वालों बच्चों की चार टोलियां बनाई हैं और उन्हें थाना कैंट, कीडगंज, मुट्ठीगंज और खुल्दाबाद ले जाया जा रहा है।

इन बच्चों को भी पुलिस की कार्यप्रणाली से रूबरू कराया जा रहा है। सिविल लाइन्स थाने के उप निरीक्षक रामराज सिंह ने बताया कि सिविल लाइन्स के सुभाष चौराहे पर बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल चलाने के लिए सौम्या की अगुवाई में दो लोगों के चालान काटे गए और उनसे 200 रुपए जुर्माना वसूला गया।

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