लखनऊ: प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रहे शिक्षा मित्रों ने सोमवार से लखनऊ में समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र संघर्ष मोर्चा के बैनर तले अनिश्चितकालीन सत्याग्रह आंदोलन शुरु कर दिया है। रविवार की रात से ही लक्ष्मण मेला मैदान में शिक्षा मित्रों का आना शुरू हुआ और सोमवार की सुबह से लक्ष्मण मेला मैदान शिक्षा मित्रों से पट गया।
चारों तरफ से आये शिक्षा मित्रो की वजह से लक्ष्मण मेला मैदान व उसके आसपास के लोग में यातायात का दबवा बढ़ गया और जाम जैसे हालात पैदा हो गयी। वहीं दूसरी तरह जिला प्रशासन ने शिक्षा मित्रों के लिए सत्याग्रह की अनुमति नहीं दी है।
इस आंदोलन में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ, उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ, कर्मचारी शिक्षक समन्वय समिति, भारतीय किसान यूनियन जैसे संगठनों ने समर्थन देने का एलान किया है।
गौरतलब है कि सभी शिक्षामित्र समायोजन रद होने से भड़के हुए हैं। वहीं आंदोलन को धार देने के लिए शिक्षामित्रों को दो बड़े गुट आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन और उप्र प्राथमिक शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन ने साझा संघर्ष मोर्चा बनाया है। शिक्षामित्रों की मांग है कि सरकार संशोधित अध्यादेश लाकर उन्हें फिर से सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित करे। तब तक समान कार्य के लिए समान वेतन के सिद्धांत पर उन्हें शिक्षकों के बराबर तनख्वाह दी जाए।
लक्ष्मण मेला मैदान में जुटे शिक्षा मित्रों ने मौजूद राज्य सरकार व केन्द्र सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों पूरी नहीं हुई तो वह लोग कुछ भी कर सकेते हैं। ऐसे में उनके अनदोलन को रोक पाना आसान नहीं होगा। उन्होंने केन्द्र सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। 25 अगस्त को शिक्षा मित्रों का दिल्ली में भी बड़ा प्रदर्शन सम्भावित है।
समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षा मित्रों की बातचीत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से भी हुई थी। उन्होंने कुछ समय के अंदर शिक्षा मित्रों के लिए कोई हाल निकालने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद शिक्षा मित्रों को 10 हजार रुपये वेतन पर काम करने की पेशकश की गयी जो शिक्षा मित्रों ने नकार दी।