लखनऊ , 5 अक्टूबर। गोसाईगंज जिला जेल में बंद पांच कैदियों को मंगलवार को बलरामपुर अस्पताल अल्ट्रासाउंड के लिए पुलिस अभिरक्षा में लाया गया। वापस ले जाते वक्त गोसाईगंज जिला जेल के पास एक कैदी ने सिपाहियों का असलहा छीन लिया और भागने की कोशिश की।
इस दौरान आरोपी कैदी ने छीने गये असलहे से फायरिंग भी की। अभिरक्षा में लगे सिपाहियों ने किसी तरह भाग रहे आरोपी को पकड़ लिया और फिर जेल में दाखिल कर दिया। एसओ गोसाईगंज संजीवकांत मिश्र ने बताया कि मंगलवार को जिला जेल में बंद हत्यारोपी अंकुर सहित पांच कैदियों को बलरामपुर अस्पताल आल्ट्रासाउंड के लिए भेजा गया था। सभी कैदी जिला जेल की गाड़ी से बलरामपुर अस्पताल आये थे। कैदियों की अभिरक्षा में पुलिस लाइन से एक एचसीपी व तीन सिपाही लगे थे। दोपहर को सभी कैदियों को वापस जेल गाड़ी से ले जाया जा रहा था। बताया जाता है कि जेल रोड़ के पास जैसे ही कैदियों का वाहन पहुंचा वैसे ही कैदी अंकुर ने सिपाहियों पर हमला कर दिया और असलहा छीनकर भागने की कोशिश की। इस बीच अभिरक्षा में लगे पुलिस कर्मियों ने किसी तरह आरोपी अंकुर को दौड़ाया। इस पर आरोपी अंकुर ने असलहे से फायर कर दिया। अभिरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों ने किसी तरह आरोपी अंकुर को धर-दबोचा। इसके बाद पुलिस कर्मियों ने अंकुर सहित सभी कैदियों को जेल में दाखिल कर दिया। फिलहाल इस मामले में अभी तक कोई लिखापढ़ी नहीं की गयी है। गोसाईगंज पुलिस
पूरे घटनाक्रम की छानबीन कर रही है। सूत्र बताते हैं कि जेल रोड पर कैदियों का वाहन रुका था। कैदियों का वाहन किस वजह से रुका था इस बात का पता नहीं चल सका है। बताया जाता है कि आरोपी अंकुर हत्या के मामले में वर्ष 2011 से जिला जेल में बंद था।
पूरे घटनाक्रम की छानबीन कर रही है। सूत्र बताते हैं कि जेल रोड पर कैदियों का वाहन रुका था। कैदियों का वाहन किस वजह से रुका था इस बात का पता नहीं चल सका है। बताया जाता है कि आरोपी अंकुर हत्या के मामले में वर्ष 2011 से जिला जेल में बंद था।