लखनऊ , 5 अक्टूबर । महानगर स्थित मेट्रो सिटी के पास गोमती नदी में बुधवार को एक युवक का शव लोगों ने उतराता देखा। मौके पर सबसे पहले निशातगंज चौकी इंचार्ज पहुंचे। आरोप है कि उन्होंने शव को निकालने के बजाये आगे की तरफ ढकेलवा दिया। इसके बाद फिर मौके पर चौकी इंचार्ज पेपेर मिल कालोनी पहुंचे और किसी तरह नदी से युवक के शव को बाहर निकाला। फिलहाल युवक की शिनाख्त नहीं हो सकी है। उसके शरीर पर लगे चोट के निशान इस बात की गवाही दे रहे हैं कि उसकी हत्या कर शव को नदी में फेंका गया है। वहीं नदी में शव को आगे ढकेले जाने की बात को पुलिस अधिकारियों ने गलत बताया है। बुधवार की सुबह मेट्रो सिटी के सामने गोमदी नदी में लोगों ने एक युवक को बहते हुए देखा। लोगों ने फौरन इस बात की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना पाकर मौके पर चौकी इंचार्ज निशातगंज पहुंच गये। आरोप है कि उन्होंने नदी से युवक के शव को निकालने के बजाये उसको आगे प्रवाहित करने की कोशिश की। इस पर युवक का शव कुछ मीटर दूर नदी में आगे की तरफ बह गया। इस बीच मौके पर चौकी इंचार्ज पेपर मिल कालोनी भी पहुंच गये। नदी में शव को देख सिपाहियों ने किसी तरह इलाके के गोताखोरों की मदद से शव को नदी से बाहर निकाला। पुलिस ने आसपास के लोगों को बुलाकर शव की शिनाख्त करने की कोशिश की पर कोई भी युवक को पहचान नहीं सका। छानबीन के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवक के शरीर पर लगे चोट के निशान इस बात की तरफ इशारा कर रहे थे कि उसकी बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर शव को नदी में फेंका गया है। युवक के शरीर पर सिर्फ जींस व हाथ में घड़ी मौजूद थी। इस बारे में एसपी टीजी जयप्रकाश ने बताया कि नदी में शव को बहाये जाने का आरोप गलत है। वहीं उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का पता चल जायेगा कि युवक की मौत कैसे हुई है। फिलहाल पुलिस की पहली प्राथमिकता यह है कि किसी भी तरह युवक की पहचान हो जाये। शिनाख्त के लिए शहर के सभी थानों को युवक का शव मिलने की सूचना दे दी गयी है।